नई दिल्ली , केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के बेसहारा बुजुर्गों के लिए कांति नगर में वर्ल्डक्लास ‘ओल्ड एज होम’ बनाया है, जिसका आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उद्घाटन किया। यहां बना बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर वरिष्ठ नागरिक निवास दिल्ली का चौथा ‘ओल्ड एज होम’ है और कुल नौ ओल्ड एज होम का निर्माण हो रहा है। यहां बुजुर्गों के लिए निःशुल्क आवास, भोजन, कपड़े, बिस्तर, टीवी, रेडियो, पुस्तक, भजन-कीर्तन कार्यक्रम के साथ मनोरंजन केंद्र, स्वास्थ्य, फिजियोथेरपी आदि सुविधाएं उपलब्ध हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन बुजुर्गों की देखभाल करने वाला कोई नहीं है, उनका ख्याल उनका बेटा रखेंगा, उन्हें सम्मान की जिदंगी देगा। इस निवास में उनके लिए सारी अत्याधुनिक सुविधाएं बिल्कुल फ्री हैं। दिल्ली सरकार की कोशिश है कि जिन बुजुर्गों कों अपना घर छोड़कर मजबूरी में यहां आकर रहना पड़ेगा, उनको यह महसूस न हो कि वे घर छोड़कर आए हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने किचन सेक्शन का भी निरीक्षण किया और बुजुर्गों के लिए बनाए गए भोजन का स्वाद भी लिया। वरिष्ठ नागरिक निवास में बुजुर्गों के मनोरंजन के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। मुख्यमंत्री ने उनका भी निरीक्षण कर जायजा लिया।
पांच मंजिला बना है ‘ओल्ड एज होम’
‘ओल्ड एज होम’ पांच मंजिला बना हुआ है। यहां बुजुर्गों के निवास के लिये 117 कमरे हैं, जिसमें से 81 कमरे पुरुषों के लिए हैं, जबकि 36 कमरे महिलाओं के लिए हैं। इससे पहले पहले तीन वृद्धाश्रम का लोकार्पण हो चुका है, जबकि पांच और भवनों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। वहीं बुजुर्गों को आपस में घुलने-मिलने के लिए राउंड टेबल लगाई गई है, जहां बुजुर्ग साथ बैठ कर बातचीत कर सकते हैं और अपने सुख-दुख साझा कर सकते हैं।
बुजुर्ग को मिलेगी सभी सुविधाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर वरिष्ठ नागरिक निवास बहुत ही शानदार बनाया गया है। बुजुर्ग कैसे रहेंगे, यहां हर चीज का ख्याल रखा गया है। ऐसा नहीं है कि एक कमरे में कई लोगों को ठूस देंगे। एक कमरे में दो या तीन लोग रहेंगे। सभी कमरे बड़े-बड़े बने हैं। कमरे के साथ अटैच टॉयलेट और बाथरूम है। खेलने, दवाइयों, डॉक्टर, फिजियोथैरेपी की सुविधा है। अच्छा खाना है। लाइब्रेरी है। सारी चीजों का ध्यान रखा गया है।
निवास में रहने वाले सभी बुजुर्गों को उनकी मन पसंद की तीर्थ यात्रा पर लेकर जाएंगे
आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा भी शुरू की है। बीच में कोरोना की वजह से तीर्थ यात्रा बंद हो गई थी। दिल्ली सरकार बुजुर्गों को फ्री में तीर्थ यात्रा करा कर लाती है। सरकार, द्वारका, हरिद्वार, ऋषिकेश, मथुरा, वृंदावन, अयोध्या, अजमेर शरीफ, रामेश्वरम और शिरडी समेत कई सारी जगह तीर्थ यात्रा करा कर लाती है। वहीं यह जो बुजुर्गों के लिए निवास स्थान बना रहे हैं। इनमें भी जितने लोग रहेंगे, उन सबको उनकी मन पसंद की तीर्थ यात्रा पर लेकर जाएंगे।
बुजुर्गों का उनके बच्चों की तरह ही ख्याल रख रहे हैं: राजेंद्र पाल गौतम
इस बीच समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि दिल्ली के बाहर उन्होंने कई वृद्धाश्रमों को देखा। वहां पर बुजुर्गों को उस उम्र जो पोषक आहार में चाहिए, वहां उसकी व्यवस्था नहीं है। उनको फिजियोथेरेपी की जरूरत होती है। कभी जोड़ों का दर्द होता है, कभी कंधे में होता है।
उस वक्त उनको इलाज की जरूरत होती है, जो उनको समय पर मिल नहीं पाता है। इसलिए बुजुर्गों को ऐसा अहसास हो कि हम उनके बच्चे हैं और उनके बच्चों को जिस तरह से उनका ध्यान रखना चाहिए, उसी तरह का ध्यान हम अपने इस वरिष्ठ नागरिक निवास के अंदर अपने बुजुर्गों का रख रहे हैं।
आगे उन्होंने का कि यह हमारा चौथा वरिष्ठ नागरिक निवास है और पांचवा पश्चिम विहार में अगले तीन माह में तैयार हो जाएंगे और बाकी पर भी काम चल रहा है। अप्रैल का महीना बाबा साहब अंबेडकर के नाम पर समर्पित है और हमारी सरकार ने तय किया है कि हम शहीद भगत सिंह और बाबा साहब अंबेडकर के सपनों का भारत बनाएंगे।
वरिष्ठ नागरिक निवास की प्रमुख विशेषताएं
– वरिष्ठ नागरिक निवास 1550 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में पांच मंजिला बना है।
– इसमें 117 कमरे बने हैं।, शौचालय और स्नान घर के साथ 50 हवादार कमरे हैं।, खुली जगह के साथ मनोरंजन केंद्र, चिकित्सा देखभाल यूनिट, फिजियोथेरपी, आधुनिक रसोई एवं भोजन एरिया, लिफ्ट की सुविधा, पार्किंग की सुविधा और सार्वजनिक घोषणा प्रणाली।
बुजुर्गों के लिए उपलब्ध सेवाएं
– निःशुल्क आवास भोजन, कपड़े और बिस्तर की सुविधा, केस वर्क और परामर्श सेवाएं, बुजुर्गों की चिकित्सा देखभाल, फिजियोथेरपी, टीवी, रेडियो, पुस्तकें और भजन-कीर्तन कार्यक्रमों के साथ अन्य मनोरंजन सुविधाएं।
वरिष्ठ नागरिक निवास में प्रवेश के लिए पात्रता मानदंड
– संस्थान में दिल्ली के गरीब, निराश्रित और वृद्ध लोग प्रवेश ले सकते हैं, जिन की आयु 60 वर्ष या उससे अधिक है। जिनके पास भरण-पोषण के लिए कोई साधन उपलब्ध नहीं है या रख-रखाव के लिए कोई सदस्य नहीं है। जो किसी भी संक्रामक या संचारी रोगों से पीडित नहीं हैं।
यह है प्रवेश की प्रक्रिया
संस्थान में प्रवेश स्वैच्छिक आधार पर किया जाता है और ऐसे में प्रवेश के इच्छुक किसी भी व्यक्ति को कुछ दस्तावेजों व प्रमाणपत्रों के साथ समाज कल्याण विभाग मुख्यालय में सामाजिक सुरक्षा शाखा के उप निदेशक अथवा अधीक्षक (वरिष्ठ नागरिक निवास) को आवेदन करना होगा। आवेदन के साथ आयु प्रमाण पत्र, स्वास्थ्य प्रमाण-पत्र, दिल्ली में निवास का प्रमाण-पत्र या अधिवास प्रमाण पत्र की कॉपी संलग्न करनी होगी।
आवेदन प्राप्त होने पर अधीक्षक एवं कल्याण अधिकारी तुरंत पात्रता के मूल्यांकन के लिए प्रक्रिया पूरी करेंगे, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आवेदक पात्रता आवश्यकताओं को पूरा करता है या नहीं। सामाजिक जांच रिपोर्ट, कल्याण अधिकारी द्वारा क्षेत्र का दौरा करने के बाद तुरंत अधीक्षक को प्रस्तुत करेंगे।
अधीक्षक अपनी टिप्पणियों व सिफारिशों के साथ जांच किए गए आवेदनों को प्रदेश और निर्वहन समिति, जिला समाज कल्याण अधिकारी और अधीक्षक के समक्ष निर्णय लिए रखेगा। इसके बाद आवेदकों को वरिष्ठ नागरिक निवास में रहने के लिए सूचित किया जाएगा।
-अधिक जानकारी के लिए विभागीय वेबसाइट https://sociatwelfare-delhigovt-nic-in/home/social&welfare& department एंव हेल्पलाइन 14567 पर संपर्क कर सकते है।
– सामजिक सुरक्षा शाखा, 7वीं मंजिल एम.एस.ओ. बिल्डिंग आई.पी.एस्टेट, दिल्ली 02।
बुजुर्ग और दुर्बल व्यक्तियों के लिए सीनियर सिटीजन होम
असहाय व लाचार सीनियर सिटीजन को आश्रय देने के लिए समाज कल्याण विभाग की ओर से सीनियर सिटिजन होम बनाए गए हैं। सीनियर सिटीजन होम्स बनाने का उद्देश्य बेसहारा और लाचार वरिष्ठ नागरिकों को सुरक्षित व साफ शेल्टर, स्वास्थ्य सेवाएं, मनोरंजन और सम्मानजनक जिंदगी देना है। विभाग की ओर से पहले से ही बिंदापुर, वाजीपुर और ताहिरपुर में तीन सिनीयर सिटीजन होम चलाए जा रहे है।
सीनियर सिटीजन होम- कांति नगर
बिंदापुर, वजीरपुर और ताहिरपुर में बने सीनियर सिटीजन होम्स में क्रमशः 50, 38 और 300 लोग रहे रहे हैं। वहीं, विभाग की ओर से 12 अप्रैल को शांति मोहल्ला, कांति नगर में डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर सीनियर सिटीजन होम शुरू किया गया। अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इन होम्स में करीब 117 लोगों के लिए रहने की व्यवस्था है। चितरंजन पार्क, रोहिणी, पश्चिम विहार, गीता कॉलोनी, छतरपुर, जनकपुरी में कुल नौ सीनियर सीटिजन होम का निर्माण पूरा होने की स्थिति में है।
दिल्ली सरकार की तरफ से बुजुर्गों को दी जा रही अन्य सुविधाएं
मेंटेनेंस और अपीलीय न्यायाधिकरण
मेंटेनेंस एंड वेलफेयर ऑफ पैरेंट्स एवं सीनियर सिटीजन एक्ट 2007 और दिल्ली मेंटेनेंस एंड वेलफेयर ऑफ पैरेंट्स एंड सीनियर सिटीजन रूल-2010 के तहत दिल्ली में 11 मेंटेनेंस और 11 अपीलीय न्यायाधिकरण स्थापित किए गए हैं। इनको स्थापित करने का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के लिए मेंटेनेंस और संपत्ति के अधिकारों के बारे में कानूनी प्रावधानों के बारे में जागरूकता पैदा करना है। विभाग इन न्यायाधिकरणों के गैर-सरकारी सदस्यों की नियुक्ति करता है और उन्हें बैठक भत्ता देता है।
दिल्ली एल्डरलाइन-14567
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में 25 जून 2021 को वरिष्ठ नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया था। एल्डरलाइन-14567 के टोल-फ्री नंबर पर सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक कॉल कर सकते है। इसके जरिए संकट में फंसे बुजुर्गों को सूचना, गाइडेंस, इमोशनल सपोर्ट और फील्ड हस्तक्षेप प्रदान करता है। हेल्पलाइन पर रोजोना करीब 200 कॉल आती हैं। सिस्टम में कॉल करने वाले के मैसेज को रिकॉर्ड करने के बजाय कॉल अधिकारी सीधे बात करते है। एल्डरलाइन दिल्ली में सीनियर सिटीजन की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए जारी की गई है।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए कल्याणकारी उपाय
दिल्ली के समाज कल्याण विभाग की ओर से उन वरिष्ठ नागरिकों को मदद और आर्थिक सहायता दी जाती है, जिनके पास अपनी आय के स्रोत के कोई साधन नहीं हैं। समाज के ऐसे वरिष्ठ नागरिकों को बीमारी, अपंगता, बेसहारा, निर्धन होने की स्थिति में आर्थिक संकट और कठिनाइयों से बचाने और उनके कल्याण के लिए समाज कल्याण विभाग की ओर से विभिन्न सामाजिक सुरक्षा उपाय और सहायता योजनाएं लागू है। जिसमें वरिष्ठ नागरिक पेंशन योजना शामिल है। इसका उद्देश्य निराश्रित, असहाय व्यक्तियों को वित्तीय सहायता के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है।
साभार-हिस