दार्जिलिंग में एक कार्यक्रम में संबोधन करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा की सरकार आम लोगों के बारे में बिल्कुल नहीं सोचती। जब चुनाव आता है तो राजनीतिक लाभ लेने के लिए दिल्ली से बड़े नेता उत्तर बंगाल के पहाड़ों का दौरा करने लगते हैं। लोगों का हित नहीं बल्कि राजनीतिक हित साधना ही उनका एकमात्र मकसद होता है। उन्होंने दावा किया कि उनके शासन में पहाड़ यानी उत्तर बंगाल हंस रहा है। पर्यटकों की संख्या बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी भी राजनीतिक पार्टियां हैं, जिन्हें उत्तर बंगाल का विकास बर्दाश्त नहीं हो रहा।
उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे भी राजनीतिक दल हैं जिन्हें पहाड़ पर शांति अच्छी नहीं लगती। चुनाव में तो पहाड़ों पर खूब आते हैं लेकिन उसके बाद वे नजर ही नहीं आते। पूरे राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था लागू होने के बावजूद उत्तर बंगाल के पहाड़ी क्षेत्रों में द्विस्तरीय निर्वाचन व्यवस्था है। इसका जिक्र करते हुए ममता ने मंगलवार को एक बार फिर दोहराया कि वह जल्द ही गोरखा टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) का चुनाव कराएंगी। उन्होंने पहाड़ के सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होने की नसीहत देते हुए कहा कि लोगों के हित में आप सबको प्रण लेना होगा कि मिलजुल कर रहेंगे।
साभार-हिस
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