मुंबई, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि विपक्ष राज्य सरकार को वाइन बिक्री के निर्णय पर बेवजह बदनाम कर रहा है। विपक्ष को वाइन व शराब के बीच का अंतर समझ में नहीं आ रहा है। अजीत पवार ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार शराब की बिक्री घर पहुंचाकर कर रही है, इस पर भी विपक्ष को ध्यान देना चाहिए।
अजीत पवार ने पुणे में पत्रकारों को बताया कि महाराष्ट्र में बहुत बड़े क्षेत्र में फल का उत्पादन हो रहा है। इन फलों में अंगूर, संतरा और काजू आदि से वाइन बनाई जाती है। महाराष्ट्र की वाइनरी उद्योग से बनी वाइन विदेशों में भेजी जाती है। विश्व के कई देशों में पानी के बदले वाइन पी जाती है। वाइन और शराब में बहुत बड़ा फर्क है। मध्य प्रदेश में तो सरकार घर तक पहुंचाते हुए शराब की बिक्री कर रही है लेकिन विपक्ष राज्य सरकार को लोगों के बीच वाइन के बारे में गलतफहमी फैलाकर बदनाम कर रही है।
राज्य सरकार ने मंत्री समूह की बैठक में राज्य के शापिंग सेंटर में वाइन बेचे जाने का निर्णय लिया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने राज्य सरकार के इस निर्णय का कड़ा विरोध किया है। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार महाराष्ट्र को मद्यराष्ट्र बनाना चाहती है, भाजपा इस निर्णय का विरोध करेगी। देवेंद्र फडणवीस ने राज्य सरकार पर विदेशी वाइन कंपनी को नफा पहुंचाने के लिए यह निर्णय लेने का आरोप लगाया है।
साभार-हिस