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आईएनएस विक्रांत को ‘आत्मनिर्भर भारत’ की खोज का शानदार उदाहरण बताया
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भारतीय नौसेना की दुर्जेय क्षमताओं और समुद्री संचालन को राष्ट्रपति ने सराहा
नई दिल्ली,भारतीय सैन्य बलों के कमांडर राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने बुधवार को केरल के कोच्चि में दक्षिणी नौसेना कमान का परिचालन प्रदर्शन देखा। इसके बाद उन्होंने कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड, कोच्चि में निर्माणाधीन देश के पहले स्वदेशी विमान वाहक ‘विक्रांत’ का दौरा किया। राष्ट्रपति ने स्वदेशी नौसैनिक जहाज निर्माण क्षमताओं के विकास की सराहना करते हुए देश के पहले एयरक्राफ्ट करियर विक्रांत को ‘आत्मनिर्भर भारत’ की खोज का शानदार उदाहरण बताया।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द चार दिवसीय केरल राज्य के दौरे पर हैं। वह 24 दिसंबर तक केरल में रहेंगे। मंगलवार को कन्नूर पहुंचने पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने राष्ट्रपति की अगवानी की। राष्ट्रपति कोविन्द ने केरल की अपनी यात्रा के पहले दिन कासरगोड में केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय के पांचवें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया था। राष्ट्रपति कोविन्द ने आज कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड, कोच्चि में निर्माणाधीन स्वदेशी विमान वाहक ‘विक्रांत’ का दौरा किया। राष्ट्रपति ने स्वदेशी नौसैनिक जहाज निर्माण क्षमताओं के विकास की सराहना करते हुए देश के पहले एयरक्राफ्ट करियर विक्रांत को ‘आत्मनिर्भर भारत’ की खोज का शानदार उदाहरण बताया।
नौसेना ने एक ट्वीट में कहा कि भारत के राष्ट्रपति की स्वदेशी विमान वाहक विक्रांत की यात्रा ने भारतीय नौसेना को प्रोत्साहित किया है। कोचीन शिपयार्ड कार्यबल और सभी हितधारकों को आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए 22 अगस्त तक जहाज की समय पर डिलीवरी और कमीशनिंग की दिशा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना है। इसके बाद राष्ट्रपति कोविन्द ने कोच्चि में दक्षिणी नौसेना कमान का परिचालन प्रदर्शन देखा। इस आयोजन में नौसेना ने जहाजों और विमानों की युद्ध क्षमता के साथ ही नौसैनिक कौशल और संचालन का प्रदर्शन किया। केरल के राज्यपाल भी कोच्चि में दक्षिणी नौसेना कमान के संचालन प्रदर्शन को देखने के लिए उपस्थित थे। इस दौरान साहसी प्रतिभाओं और साहसी सशस्त्र अभियानों का प्रदर्शन किया गया।
भारतीय नौसेना की दुर्जेय क्षमताओं और समुद्री संचालन को राष्ट्रपति ने सराहा। समुद्री कमांडो मार्कोस ने इन्फ्लेटेबल वॉटरक्राफ्ट जेमिनी का उपयोग करते हुए एक नकली युद्ध समुद्र तट टोही और हमला किया। हवा और पानी से मार्कोस के विशेष ऑपरेशन में वीबीएसएस (विजिट, बोर्ड, सर्च और सीजर) ऑपरेशन के सिमुलेशन, एएलएच और चेतक हेलीकॉप्टरों से हेलोबैटिक्स एसएआर (खोज और बचाव) और एक ‘स्लाइडरिंग ऑप्स’ अभ्यास में शामिल थे। मार्कोस के एक घंटे के प्रदर्शन में युद्ध क्षेत्र में चुपके से प्रवेश करने और एक अपतटीय दुश्मन को ध्वस्त करना शामिल था। इसके अलावा आईएनएस द्रोणाचार्य के लगभग 30 सैनिकों के एक दस्ते ने ‘निरंतरता अभ्यास’ में हथियारों से निपटने के कौशल का प्रदर्शन किया।
केरल की अपनी यात्रा के पहले दिन मंगलवार को राष्ट्रपति कोविन्द ने केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय के कासरगोड में पांचवें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। केरल की अपनी यात्रा के तीसरे दिन गुरुवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम में पीएन पनिकर की एक प्रतिमा का उद्घाटन करेंगे। शाम को वह तिरुवनंतपुरम के श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे और राजभवन में रुकेंगे। अधिकारियों के मुताबिक राष्ट्रपति 24 दिसंबर को दिल्ली लौटेंगे।
साभार-हिस