Home / National / अल्पसंख्यक पारसी समुदाय की दिन-प्रतिदिन घटती आबादी को लेकर केंद्र सरकार चिंतित

अल्पसंख्यक पारसी समुदाय की दिन-प्रतिदिन घटती आबादी को लेकर केंद्र सरकार चिंतित

  •  नरेन्द्र मोदी सरकार के जरिए पारसी समुदाय को आगे बढ़ाने और उनकी घटती आबादी को बढ़ाने के लिए कई स्तर पर प्रयास जारी

नई दिल्ली, हमारे देश में बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े लोग रहते हैं। इनमें सबसे कम आबादी वाले पारसी समुदाय के लोग भी यहां पर सदियों से रह रहे हैं। पारसी समुदाय की दिन-प्रतिदिन घटती आबादी को लेकर सरकार भी चिंतित हैं। इसलिए केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के जरिए पारसी समुदाय को आगे बढ़ाने और उनकी घटती आबादी को बढ़ाने के लिए कई स्तर पर काम किया जा रहा है।
संसद में भी पारसी समुदाय को लेकर चर्चा की गई है। संसद की चिंताओं से अवगत कराते हुए केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया है कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान आयोग के जरिए 13602 अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थानों को अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान का दर्जा प्रदान किया गया है। आयोग के जरिए 14 पारसी संस्थानों को अल्पसंख्यक शैक्षिक संस्थान का दर्जा दिया गया है। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान आयोग के जरिए देशभर में चल रहे अल्पसंख्यक शैक्षिक संस्थानों को मान्यता प्रदान की जाती है। इसके तहत शैक्षणिक संस्थानों में 50 प्रतिशत सीटें अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए आरक्षित की जाती हैं। आयोग ने 5153 शैक्षणिक संस्थान, जो कि मुस्लिमों के जरिए संचालित किए जाते हैं, उन्हें भी मान्यता प्रदान की है। क्रिश्चियन समुदाय के जरिए संचालित 7550 संस्थानों को भी मानता प्रदान की गई है। इसी तरह सिखों के जरिए चलाए जा रहे 300 शिक्षण संस्थानों को सरकार के जरिए मान्यता प्रदान की गई है। 63 संस्थान जो कि बौद्ध समुदाय के जरिए संचालित किए जाते हैं, उन्हें भी मान्यता प्रदान की गई है। 522 शैक्षणिक संस्थान जैन कम्युनिटी के जरिए संचालित किए जा रहे हैं, उन्हें भी मान्यता प्रदान की गई है।
2019-20 में शिक्षा मंत्रालय के स्कूल एजुकेशन एंड लिटरेसी डिपार्टमेंट के जरिए जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार कुल 50536 अल्पसंख्यकों के जरिए संचालित होने वाले स्कूलों को मान्यता प्रदान की गई है। इसमें 126 पारसी समुदाय के स्कूल शामिल हैं। 27259 मुस्लिम कम्युनिटी के स्कूलों को मान्यता दी गई है। 15808 क्रिश्चियन कम्युनिटी के स्कूलों को मान्यता दी गई है। 601 सिख कम्युनिटी के स्कूल, 720 बौद्ध कम्युनिटी के स्कूल, 1140 जैन कम्युनिटी स्कूल को अल्पसंख्यक दर्जा प्रदान किया गया है। 2016-17 से 2020-21 तक 4810 छात्रवृत्ति पारसी समुदाय के छात्रों को प्रदान की गई है।
गौरतलब है कि 2011 की जनगणना के अनुसार देश में पारसी समुदाय की कुल आबादी 57264 है। केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय के जरिए पारसी समुदाय की लगातार घट रही आबादी को ध्यान में रखते हुए उनकी जनसंख्या बढ़ाने के लिए भी कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। पारसी समुदाय की आबादी को बढ़ाने के लिए मंत्रालय की तरफ से स्वास्थ्य और देखरेख के लिए जीओ पारसी योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत पारसी समुदाय की महिलाओं की गहन चिकित्सीय जांच कराई जाती है और उन्हें बच्चा पैदा करने के लिए प्रेरित किया जाता है। उनकी इस सिलसिले में हर संभव मदद की जाती है। इस योजना के तहत अबतक 325 बच्चों की पैदाइश कराई गई है। इसके अलावा मंत्रालय की तरफ से और अधिक जोड़ों को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है और उन्हें हर तरह की आर्थिक मदद दी जा रही है।
साभार-हिस

Share this news

About desk

Check Also

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक प्रद्युम्न कुमार के पार्थिव शरीर को भाजपा ने दी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संगठक एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *