जम्मू-कश्मीर में हड़ताली बिजली कर्मचारियों व प्रशासन के बीच बातचीत नाकाम होने के बाद रविवार शाम बिजली व जलापूर्ति समेत आवश्यक सेवाओं की बहाली के लिए सेना के बुला लिया गया था। सेना ने अपने तकनीकी कर्मचारियों के साथ मिलकर विभिन्न ग्रिड स्टेशनों पर आपूर्ति बहाल करनी शुरू कर दी है। पेयजल आपूर्ति भी सुनिश्चित की जा रही है। जम्मू संभाग के मंडलायुक्त डॉ. राघव लंगर ने सेना को पत्र लिखकर मदद मांगी थी। प्रशासन का दावा है कि फिलहाल 45 फीसदी आपूर्ति बहाल कर दी गई है और आज शाम तक पूरी तरह से बिजली बहाल कर दी जाएगी। इस बीच हड़ताली कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती वह यह आंदोलन जारी रखेंगे। मंडलायुक्त ने बताया कि कड़ाके की ठंड में बिजली न रहने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। इसके समाधान के लिए प्रयास शुरू कर दिया गया है।
बता दें कि रविवार को दूसरे दिन भी हड़ताली कर्मचारियों ने जम्मू सहित विभिन्न जिलों में अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया था। वहीं दूसरी ओर बिजली न रहने से आक्रोशित नागरिकों ने जगह-जगह सड़क पर उतरकर बिजली विभाग तथा प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। हड़ताल की वजह से आधे से अधिक इलाकों में आपूर्ति ठप रही। पानी का संकट उत्पन्न होने के साथ ही लोगों के इन्वर्टर बंद हो गए थे। मोबाइल तक चार्ज नहीं हो पा रहे थे। हड़ताली कर्मचारियों ने अस्पतालों से जुड़े फीडरों को छोड़कर कहीं भी गड़बड़ी दूर नहीं की थी।
साभार-हिस
Check Also
संजय झा बने जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष
नई दिल्ली। जनता दल यूनाइटेड (जदयू ) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के …