नई दिल्ली, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को ढाका में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीयों के दिल में बांग्लादेश का एक खास स्थान है। हमारा एक अनोखा घनिष्ठ संबंध है और यह सदियों पुरानी नातेदारी, साझी भाषा और संस्कृति पर आधारित है। हमारे संबंधों को दोनों देशों के कुशल नेतृत्व ने अधिक मजबूती प्रदान की है।
बांग्लादेश की अपनी यात्रा के अंतिम दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ढाका में भारतीय समुदाय और फ्रेंड्स ऑफ इंडिया के स्वागत समारोह में शामिल हुए। इस समारोह की मेजबानी बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त विक्रम के दुरईस्वामी ने की।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत मजबूत अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में बांग्लादेश की यात्रा में हर संभव सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसे बांग्लादेश के समर्थन में खड़ा है जो इस देश के मुक्ति आंदोलन से उभरे मूल्यों का प्रतीक है। उन्हें विश्वास है कि 1971 में रक्त और बलिदान से बना बंधन भविष्य में दोनों राष्ट्रों को एक साथ जोड़े रहेगा।
राष्ट्रपति ने खुशी जाहिर की कि दोनों देश ने विकास को समावेशी, टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए मजबूत प्रतिबद्धताएं दर्शायी हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें दोनों देशों के बीच हरित ऊर्जा और स्वच्छ प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में सहयोग को अधिक मजबूत करने की अपार संभावनाएं नजर आती हैं।
पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेशी नागरिकों के संघर्ष को याद करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि वह अत्याचार से मुक्ति पाने के लिए लोगों द्वारा किए गए महान बलिदानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। विकट परिस्थितियों से लड़ने और अन्याय के खिलाफ खड़े होने के उनके अदम्य साहस को हम सलाम करते हैं।
पाकिस्तानी सेना की ओर से ध्वस्त किए गए काली मंदिर के उनके द्वारा उद्घाटन पर कोविंद ने कहा कि ऐतिहासिक रमना मंदिर भारत और बांग्लादेश के लोगों के बीच आध्यात्मिक और सांस्कृतिक बंधन का प्रतीक है। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें ढाका में पुनर्निर्मित ऐतिहासिक रमना काली मंदिर का उद्घाटन करने का सौभाग्य मिला। बांग्लादेश तथा भारत सरकार और लोगों ने इस मंदिर का जीर्णोधार करने में मदद की जिसे पाकिस्तानी सेना ने मुक्ति संग्राम के दौरान ध्वस्त कर दिया था। इसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए थे।
बांग्लादेश में भारतीय समुदाय की सराहना करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि समुदाय ने बांग्लादेश में महत्व के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई है। एक तरफ उन्होंने बांग्लादेश के आर्थिक और सामाजिक विकास में योगदान दिया है, वहीं दूसरी ओर भारत-बांग्लादेश के लंबे समय से चले आ रहे, घनिष्ठ द्विपक्षीय संबंधों को भी मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय हमारे क्षेत्र में समृद्धि लाकर भारत को गौरवान्वित कर रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करने के बाद राष्ट्रपति कोविंद अपनी तीन दिवसीय यात्रा के बाद स्वदेश रवाना हो गए। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस समारोह में भाग लेने के लिए 15 से 17 दिसंबर तक बांग्लादेश की तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर रहे थे। गुरुवार को उन्होंने ढाका की संसद में आयोजित विजय दिवस समारोह में भाग लिया था।
साभार-हिस