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काशी का हृदय और मन वही, काया को सुधारने का ईमानदारी से प्रयास
वाराणसी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र काशी और महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की कर्मस्थली काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के प्रति अनुराग और सम्मान दिखाया। धर्मनगरी काशी में पिछले सात सालों में हुए विकास और इससे आये बदलाव का जिक्र कर प्रधानमंत्री ने करते हुए कहा कि आज काशी का हृदय वही है, मन वही है, लेकिन काया को सुधारने का ईमानदारी से प्रयास हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने मेहंदीगंज राजातालाब में आयोजित विशाल जनसभा में पूरे देश को 64,128 करोड़ की ‘आत्म निर्भर स्वस्थ भारत’ परियोजना की सौगात दी और अपने संसदीय क्षेत्र के नागरिकों के लिए रिंग रोड फेज—2 सहित 5189 करोड़ की 28 विकास परियोजनाओं को समर्पित किया। इस दौरान जनसभा में प्रधानमंत्री ने हर हर महादेव का परम्परागत उद्घोष कर सम्बोधन के लिए अनुमति मांग लोगों का दिल जीत लिया। भोजपुरी से सम्बोधन की शुरूआत कर प्रधानमंत्री ने शहर के पहले के दुश्वारियों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि रिंग रोड के अभाव में काशी में जाम की क्या स्थिति होती थी, इसे आपने वर्षों तक अनुभव किया है। उन्होंने कहा कि अब रिंग रोड बनने से प्रयागराज, लखनऊ, सुलतानपुर, गोरखपुर, दिल्ली कहीं भी जाना हो तो उसके लिए शहर में नहीं आना पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने जनसभा में बीएचयू के प्रति भी सम्मान दिखाया। उन्होंने कहा कि बीते सालों की एक और बड़ी उपलब्धि अगर काशी की रही है। बीएचयू फिर से दुनिया में श्रेष्ठता की तरफ अग्रसर हो रहा है। यहां आज तकनीक से लेकर स्वास्थ्य तक की अभूतपूर्व सुविधाएं तैयार हो रही हैं। देश भर से यहां युवा साथी पढ़ाई के लिए आ रहे हैं।
गंगा की स्वच्छता के लिए काम हो रहा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र में गंगा को लेकर भी चिंतन दिखाया। उन्होंने कहा कि गंगा की स्वच्छता के लिए काम किया जा रहा है। आज हम इसका अनुभव भी कर रहे हैं। यहां घरों में गंदा पानी रोकने के लिए रामनगर में सीवज ट्रीटमेंट प्लांट काम कर रहा है। 50 हजार आबादी को इसका लाभ मिल रहा है। वरुणा नदी के लिए भी काम हो रहा है। उपेक्षित वरुणा अस्तित्व खो रही थी। आज साफ पानी वरुणा में जा रहा है। दोनों किनारे पाथवे रेलिंग बन रहे हैं। काशी व पूर्वांचल के किसानों के लिए सुविधा विकसित हुई है। पैकेजिंग प्रोसेसिंग और पेरिशेबल कार्गो बना है। उससे किसानों को सुविधा मिलेगी। सीएनजी प्लांट से खाद भी किसानों को मिलेगी।
साभार-हिस