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भारत-ब्रिटेन के बीच हुई युद्धपोतों के लिए उन्नत प्रणोदन प्रणाली पर चर्चा

  •  रॉयल नेवी के चीफ ऑफ नेवल स्टाफ ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर किया माल्यार्पण

  •  भारत और यूके के बीच पहला संयुक्त त्रि-सेवा अभ्यास ‘कोंकण शक्ति’ शुरू

नई दिल्ली, रॉयल नेवी के चीफ ऑफ नेवल स्टाफ एडमिरल सर टोनी रेडकिन, फर्स्ट सी लॉर्ड शुक्रवार को भारत की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर दिल्ली पहुंचे हैं। एडमिरल रेडकिन ने पहले दिन ही भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह के साथ द्विपक्षीय बातचीत की। इस वार्ता में भारत और ब्रिटेन के बीच युद्धपोतों के लिए उन्नत प्रणोदन प्रणाली पर चर्चा हुई है। ब्रिटेन के नौसेना प्रमुख ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर माल्यार्पण किया, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।

नौसेना प्रवक्ता विवेक मधवाल के अनुसार द फर्स्ट सी लॉर्ड और चीफ ऑफ द नेवल स्टाफ यूनाइटेड किंगडम की रॉयल नेवी और नेवल सर्विस के पेशेवर प्रमुख हैं। भारत और यूके के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के चलते आधुनिक साझेदारी को 2004 में एक ‘रणनीतिक साझेदारी’ में बदला गया है और दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की पारस्परिक यात्राओं ने इसे और मजबूत किया है। भारतीय नौसेना कई मुद्दों पर रॉयल नेवी के साथ सहयोग करती है, जिसमें कोंकण और समुद्री साझेदारी अभ्यास, प्रशिक्षण आदान-प्रदान, व्हाइट शिपिंग सूचना का आदान-प्रदान और विभिन्न क्षेत्रों में विषय विशेषज्ञों जैसे परिचालन संबंधी बातचीत शामिल हैं। इसके अलावा कार्यकारी संचालन समूह (ईएसजी) की बैठकें प्रतिवर्ष आयोजित की जाती हैं। इसके अलावा दोनों नौसेनाओं के युद्धपोत नियमित रूप से एक-दूसरे के बंदरगाहों पर पोर्ट कॉल करते हैं।
प्रवक्ता के अनुसार भारत और यूके के बीच पहला संयुक्त त्रि-सेवा अभ्यास ‘कोंकण शक्ति’ 21 अक्टूबर से शुरू हुआ है जो 27 अक्टूबर तक चलेगा। भारत के पश्चिमी तट पर आयोजित होने वाला यह समुद्री अभ्यास दो चरणों में होगा। अभ्यास का पहला चरण मुंबई में बंदरगाह पर 23 अक्टूबर तक होगा जबकि समुद्र में अभ्यास 24 से 27 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा। चीफ ऑफ द नेवल स्टाफ अपने तीन दिन के दौरे में मुंबई में भारतीय नौसेना की पश्चिमी नौसेना कमान भी जायेंगे। इस दौरान वे पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ आर. हरि कुमार के साथ बातचीत करेंगे।

अभ्यास में रॉयल नेवी का प्रतिनिधित्व विमानवाहक पोत एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ कर रहा है, जिसमें उसके अभिन्न एफ 35 लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर, टाइप 45 डेयरिंग क्लास एयर-डिफेंस डिस्ट्रॉयर, एचएमएस डिफेंडर, टाइप 23 फ्रिगेट एचएमएस रिचमंड, एक रॉयल फ्लीट ऑक्जिलरी फोर्ट विक्टोरिया और एक रॉयल नीदरलैंड नेवी फ्रिगेट एवर्टसेन शामिल हैं।
भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व स्वदेश निर्मित तीन मिसाइल विध्वंसक आईएनएस कोलकाता, आईएनएस कोच्चि, आईएनएस चेन्नई, दो स्टील्थ फ्रिगेट, आईएनएस तलवार, आईएनएस तेग और टैंकर आईएनएस आदित्य कर रहे हैं। इसके अलावा इंटीग्रल सी किंग 42बी, कामोव-31 और चेतक हेलीकॉप्टर, मिग-29K लड़ाकू विमान, डोर्नियर और समुद्री गश्ती विमान पी-P8 आई एक पनडुब्बी के साथ भी भाग लेगा। इस अभ्यास में वायुसेना के जगुआर, सुखोई-30 एमकेआई फाइटर्स और फ्लाइट रिफ्यूलिंग एयरक्राफ्ट शामिल होंगे।
साभार-हिस

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