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अपने कर्मचारियों के दिल से दिल को जोड़ा है एनटीपीसी कोयला खनन मुख्यालय ने

रांची. एनटीपीसी कोयला खनन मुख्यालय अपने कर्मचारियों के दिल से दिल को जोड़ा है। कंपनी स्वस्थ परिवेश में अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य को लेकर सजग रहती है। बीच-बीच में कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिवार के लिए विभिन्न प्रकार से संबंधों को स्थापित करती है। सामाजिक सरोकारों के तहत आस-पास के जरूरतमंदों को भी कंपनी जनहितार्थ सेवाओं का लाभ मिलते रहता है।

अभी हालही में विश्व हृदय दिवस की पूर्व संध्या पर एनटीपीसी कोयला खनन मुख्यालय, रांची में कर्मचारियों के लिए कार्डियोलॉजी स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन किया गया। शिविर का आयोजन एनटीपीसी सीएमएचक्यू द्वारा पकरी बरवाडीह कोयला खनन परियोजना और सैमफोर्ड अस्पताल, रांची की चिकित्सा टीम के सहयोग से किया गया था।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सुरक्षा प्रमुख श्री अमित कुमार दुबे ने विभागाध्यक्ष डॉ कबीर पाधन, सीएमओ, पकरी बरवाडीह कोयला खनन परियोजना और कर्मचारियों की उपस्थिति में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

इस अवसर पर स्पीकर, डीएम (कार्डियोलॉजिस्ट) डॉ आशीष रंजन ने कार्डियोलॉजी के विभिन्न पहलुओं और हृदय रोग के लक्षणों पर बात की। उन्होंने विचार-विमर्श किया कि इस वर्ष के विश्व हृदय दिवस की थीम “दिल से दिल से जुड़ें” है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा 2012 में विश्व स्वास्थ्य दिवस की शुरुआत लोगों में कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए की गई थी ताकि व्यापक जागरूकता फैलाई जा सके कि धूम्रपान की रोकथाम, नियमित व्यायाम और सही आहार से हृदय रोग को रोका जा सकता है। हार्ट अटैक से जुड़े लक्षणों को नजरअंदाज करें।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री दुबे ने चिकित्सा टीम, पकरी बरवाडीह कोयला खनन परियोजना, सीएमएचक्यू-एचआर विभाग का आभार व्यक्त किया। और सैमफोर्ड अस्पताल को शिविर आयोजित करने के लिए। उन्होंने शिविर के महत्व पर प्रकाश डाला, जिसे उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को हृदय की स्थिति की जांच करने और हृदय संबंधी समस्याओं की रोकथाम और रोकथाम के लिए सलाह लेने का अवसर मिलता है।

डॉ कबीर पाधन, सीएमओ, पकरी बरवाडीह कोयला खनन परियोजना ने इस अवसर पर हृदय स्वास्थ्य की स्थिति पर कोविड के बाद के प्रभावों के बारे में जानकारी दी और बेहतर दवा और समय पर उपचार के साथ इसकी रोकथाम के लिए सुझाव दिया।

कैंप के दौरान कर्मचारियों ने मौके पर ही ईसीजी, रैंडम ब्लड शुगर, एचबी1एसी टेस्ट किया और फिर कार्डियो स्पेशलिस्ट से सलाह और इलाज किया। परीक्षण के बाद कर्मचारियों को ईसीजी सहित स्वास्थ्य स्थितियों में असामान्यता पाई गई, उन्हें आगे के चिकित्सा निदान और उपचार के लिए सलाह दी गई।

 

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