ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः
दिनांक 12 अगस्त 2021
दिन – गुरुवार
विक्रम संवत – 2078 (गुजरात – 2077)
शक संवत – 1943
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा
मास – श्रावण
पक्ष – शुक्ल
तिथि – चतुर्थी शाम 03:24 तक तत्पश्चात पंचमी
नक्षत्र – उत्तराफाल्गुनी सुबह 08:53 तक तत्पश्चात हस्त
योग – सिद्ध शाम 04:13 तक तत्पश्चात साध्य
राहुकाल – दोपहर 02:20 से शाम 03:57 तक
सूर्योदय – 06:17
सूर्यास्त – 19:09
दिशाशूल – दक्षिण दिशा में
व्रत पर्व विवरण – विनायक – दूर्वा गणपति चतुर्थी, ऋक् हिरण्यकेशी श्रावणी
विशेष – चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34).
चतुर्मास के दिनों में ताँबे व काँसे के पात्रों का उपयोग न करके अन्य धातुओं के पात्रों का उपयोग करना चाहिए।(स्कन्द पुराण)
चतुर्मास में पलाश के पत्तों की पत्तल पर भोजन करना पापनाशक है।
काल सर्प योग
13 अगस्त 2021 शुक्रवार को नाग पंचमी है. नाग पंचमी के दिन, जिन को काल सर्प योग है, वे शांति के लिए ये उपाय करे. पंचमी के दिन पीपल के नीचे, एक दोने में कच्चा दूध रख दीजिये, घी का दीप जलाए, कच्चा आटा, घी और गुड मिला कर एक छोटा लड्डू बना के रख दे और ये मन्त्र बोला कर प्रार्थना करें –
ॐ अनंताय नमः!
ॐ वासुकाय नमः!
ॐ शंख पालाय नमः!
ॐ तक्षकाय नमः!
ॐ कर्कोटकाय नमः!
ॐ धनंजयाय नमः!
ॐ ऐरावताय नमः!
ॐ मणि भद्राय नमः!
ॐ धृतराष्ट्राय नमः!
ॐ कालियाये नमः!
इस मंत्र के जप से काल सर्प योग है तो उस का प्रभाव निकल जाएगा. तकलीफ दूर होगी.काल सर्प योग की शांति होगी…!
पंचक
22 अगस्त प्रात: 7.57 बजे से 26 अगस्त रात्रि 10.28 बजे तक
18 सितंबर दोपहर 3.26 बजे से 23 सितंबर प्रात: 6.45 बजे तक
एकादशी
18 अगस्त: श्रावण पुत्रदा एकादशी
सितंबर 2021: एकादशी व्रत
03 सितंबर: अजा एकादशी
17 सितंबर: परिवर्तिनी एकादशी
प्रदोष
20 अगस्त: प्रदोष व्रत
सितंबर 2021: प्रदोष व्रत
04 सितंबर: शनि प्रदोष
18 सितंबर: शनि प्रदोष व्रत
पूर्णिमा
अगस्त 2021
22 अगस्त रविवार श्रावण
सितंबर 2021
20 सितंबर सोमवार भाद्रपद
अमावस्या
8 अगस्त, रविवार श्रावण अमावस्या
07 सितंबर, मंगलवार भाद्रपद अमावस्या
शुभ दिनांक : 3, 12, 21, 30
शुभ अंक : 1, 3, 6, 7, 9
शुभ वर्ष : 2028, 2030, 2031, 2034, 2043, 2049, 2052
ईष्टदेव : देवी सरस्वती, देवगुरु बृहस्पति, भगवान विष्णु
शुभ रंग : पीला, सुनहरा और गुलाबी
(साभार पी श्रीवास्तव)