भुवनेश्वर. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लायी गयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी-2020) के माध्यम से भारत को ज्ञान के क्षेत्र में महाशक्ति बनाने का लक्ष्य रखा गया है. बुधवार को ओपी जिंदल ग्लोबल विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी समिट को संबोधित करते हुए केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने ये बातें कहीं.
प्रधान इस तीन दिवसीय समिट में वर्चुअल मोड में जुड़े थे. उन्होंने इस अवसर पर कहा कि भारतीय उच्च शिक्षा व्यवस्था में स्वतंत्रता के बाद परिवर्तन लाया गया था, लेकिन वर्तमान समय में शिक्षा में सुधार लाने की आवश्यकता थी. इसे ध्यान में रखकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लायी गयी है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की परिकल्पना के अनुसार, आत्मनिर्भर भारत की आधारशीला रखने में यह शिक्षा नीति महत्वपूर्ण स्थान लेगी. शिक्षा नीति के तहत छात्रों में नवसृजवन व नवाचार पर ध्यान दिया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि इस तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन उपराष्ट्रपति एम वैंकेय़ा नाय़डु ने किया. इसमें यूजीसी के अध्यक्ष डीपी सिंह ने भी संबोधित किया.