नई दिल्ली, राजधानी समेत देशभर में ईद-उल-अजहा (बकरीद) का त्योहार पूरे अकीदत और ऐतराम के साथ मनाया जा रहा है। दिल्ली की ऐतिहासिक जामा मस्जिद में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई।
इसी तरह शाही मस्जिद फतेहपुरी और शाही ईदगाह में भी कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत मुसलमानों ने नमाज अदा की। नमाज के बाद लाखों मुसलमानों ने विश्व में शांति और सौहार्द्र के साथ-साथ दुनिया को कोरोना वायरस महामारी से निजात दिलाने के लिए विशेष दुआएं मांगी। कोविड-19 महामारी के बीच लगातार दूसरी बार ईद-उल-अजहा का पर्व मनाया जा रहा है।
ईदगाहों और सभी बड़ी मस्जिदों में पिछले सालों की तुलना में काफी कम भीड़ नमाजियों की देखने को मिली। अधिकांश मुसलमानों ने अपनी गली-मोहल्ले की मस्जिदों में ही नमाज अदा करने को तरजीह दी। कोरोना की वजह से आज राज्य सरकारों की तरफ से जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार ईद-उल-अजहा मनाई जा रही है।
नमाज अदा करने के बाद मुसलमानों की तरफ से सुन्नते-इब्राहिम को जिंदा करने के लिए जानवरों की कुर्बानी दी जा रही है। बकरीद पर तीन दिनों तक कुर्बानी दी जाती है। राजधानी दिल्ली में शाही जामा मस्जिद में आज सुबह ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई। ईद-उल-अजहा की नमाज शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने अदा कराई।
नमाज के बाद विशेष दुआ में उन्होंने देश दुनिया में अमन-चैन के साथ-साथ कोरोना वायरस महामारी से देशवासियों को निजात दिलाने के लिए खास दुआएं कीं। शाही मस्जिद फतेहपुरी में ईद-उल-अजहा की नमाज डॉ. मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने अदा कराई। उन्होंने भी कोरोना वायरस महामारी से देश-दुनिया को निजात दिलाने के लिए अल्लाह से खास दुआएं मांगीं। इसी तरह शाही ईदगाह में भी ईद-उल-अजहा की नमाज पूरी श्रद्धा के साथ अदा की गई।
इसके अलावा गली-मोहल्लों आदि की मस्जिदों में भी मुसलमानों ने नमाज-ए-दोगाना अदा की। नमाज के बाद मुसलमानों ने कुर्बानी की रस्म की अदायगी की। राजधानी के साथ-साथ देश के अन्य भागों में भी अमन-चैन के साथ ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई और कुर्बानी भी की गई।
साभार – हिस