ह्यूस्टन, आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में जन्मीं सिरिशा बांदला रविवार की रात्रि 8 बजकर 10 मिनट पर वर्जिन गैलेक्टिस कंपनी के ऐतिहासिक अभियान के तहत अंतरिक्ष यात्रा के लिए रवाना हुईं। वह छह सदस्यीय उस अंतरिक्ष यात्री दल का हिस्सा हैं जो गैलेक्टिस के मालिक रिचर्ड ब्रैन्सन के नेतृत्व में मैक्सिको के स्पेश स्टेशन से रवाना हुआ। 34 वर्षीय सिरिशा अंतरिक्ष यात्री के तौर पर उड़ान के दौरान होने वाले अनुभवों पर शोध करेंगी।
हालांकि, खराब मौसम के चलते इसकी तैयारियों पर असर पड़ा। इसके कारण लॉन्चिंग का समय करीब डेढ़ घंटे आगे बढ़ाना पड़ा। वर्जिन ग्रुप ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर इसकी जानकारी दी है। विमान भारतीय समयानुसार रात 8.10 बजे रवाना हुआ।
सिरिशा अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की तीसरी और भारत में जन्मीं दूसरी महिला हैं। उनसे पहले कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में जा चुकी हैं। सिरिशा अपनी अंतरिक्ष यात्रा के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों पर होने वाले असर का अध्ययन करेंगी।
सिरिशा का जन्म आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के चिराला में 1987 में हुआ। उनके पिता बी मुरलीधर और मां अनुराधा अमेरिका में नौकरी करते थे। वह सिरिशा को दादा-दादी के पास छोड़कर अमेरिका चले गए। वह अमेरिका के टेक्सास प्रांत के ह्यूस्टन में पली-बढ़ी हैं इसलिए उन्होंने रॉकेट्स और अंतरिक्ष यानों को आते-जाते नजदीक से देखा है। इसका असर यह हुआ कि वे तभी से अपने मन में अंतरिक्ष यात्रा का सपना पाल बैठी थीं। हालांकि कमजोर दृष्टि के कारण वह वायुसेना में पायलट नहीं बन सकीं। सिरिशा ने एक साक्षात्कार में बताया था कि वह अंतरिक्ष यात्रियों के बारे में जानने के लिए हमेशा उत्सुक रहती थीं। कुछ समय के बाद उन्होंने इसी क्षेत्र में अपना करियर बनाने का फैसला किया।
सिरिशा ने एयरोस्पेस और एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में 2011 में स्नातक किया है। सिरिसा ने जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी से 2015 में एमबीए की डिग्री ली। जुलाई 2015 में सिरिशा ने रिचर्ड ब्रैन्सन की कंपनी वर्जिन गैलेक्टिक जॉइन की। महज दो साल में उनके काम से प्रभावित होकर कंपनी ने प्रमोशन कर दिया और वो 2017 में वर्जिन गैलेक्टिक की बिजनेस डेवलपमेंट और गवर्नमेंट अफेयर्स मैनेजर बन गईं। उनका 6 साल में 3 प्रमोशन हुआ। अब वह वर्जिन गैलेक्टिक कंपनी की गवर्नमेट अफेयर्स एंड रिसर्च ऑपरेशंस में उपाध्यक्ष हैं। सिरिशा को भारतीय व्यंजन काफी पसंद हैं।
साभार – हिस
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