वाशिंगटन. डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार 77 वर्षीय जोसेफ आर बाइडन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बन गए हैं और वह 20 जनवरी, 2021 को शपथ लेंगे। जीत के बाद बाइडन ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका के लोगों ने उन पर जो भरोसा दिखाया है वो अभूतपूर्व है। उन्होंने वादा किया कि वे राष्ट्रपति बनने के बाद तोड़ने का नहीं, बल्कि जोड़ने का काम करेंगे।
जोई बाइडन ने अपनी विजय यात्रा के सम्बोधन अवसर पर कहा कि अब देश के लोग चुनावी गर्मी, सभी मतभेद, आपसी मनमुटाव और रंजिशें भुला कर एक सूत्र में आ जाएं और रेड एवं ब्ल्यू स्टेट के ताने-बाने को छोड़ यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के ध्वज में लिपट जाएं। विलमिंगटन, डेलेवर स्थित अपने शहर में चुनाव मुख्यालय पर जुटे नाचते, गाते और झूमते हज़ारों लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश की जनता ने उन्हें जिस स्नेह के साथ जनादेश दिया है, वह अपने आप में समय, काल और परिस्थिति की बड़ी मांग थी।
उन्होंने राष्ट्रपति ट्रम्प का नाम लिए बिना कहा कि इस समय देश को एकजुटता, भाईचारे और ज़ख्मों को कुरेदने की नहीं, सहलाने की ज़रूरत है। इस समय सारी दुनिया की निगाहें अमेरिका पर लगी हैं और कोरोना महामारी को देखते हुए अमेरिका को इस समय हर परीक्षा में उत्तीर्ण होने की ज़रूरत है। जोई बाइडन ने चेन्नई, तमिलनाडु की भारतवंशी महिला उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की ओर मुख़ातिब होते हुए कहा कि यह इस देश का सौभाग्य है कि अमेरिका को कमला के रूप में पहली महिला, अश्वेत, एशियाई उपराष्ट्रपति मिली हैं।
कमला हैरिस ने अपनी मां को किया याद
कमला हैरिस ने भी इस अवसर पर अमेरिकी महिलाओं और देश के प्रत्येक वर्ग की बालिकाओं को आश्वस्त किया कि इस उच्च पद पर आसीन होने वाली वह अंतिम महिला नहीं होंगी। अब उनके बाद भी ऐसे अनेक अफ़सर आएंगे, जब वे देश के बड़े से बड़े ओहदे पर आसीन होने की उम्मीद कर सकेंगी। अमेरिका में महिला और वह भी अश्वेत को ऐसे बड़े ओहदों पर बैठना एक असाधारण घटना है।
कमला हैरिस ने अपनी मां श्यामला गोपालन का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने जो संस्कार दिए हैं, वह उनका निर्वहन उप राष्ट्रपति पद पर रहते हुए भी करेंगी। जोई बाइडन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका में एक महिला और वह भी अश्वेत को उपराष्ट्रपति के रूप में नामित कर फिर उन्हें इस पद तक लाने के लिए उन पर जो भरोसा किया गया है, वह हमेशा उस पर खरी उतरेंगी। उन्होंने यह भरोसा अपने डेमोक्रेट मित्रों और सहयोगियों को भी दिलाया।
कोरोना महामारी टीम में भारतीय सर्जन जनरल डाक्टर विवेक चंद्रन नामित
अमेरिका के राष्ट्रपति (निर्वाचित) जोई बाइडन ने घोषणा की है कि उनकी पहली प्राथमिकता कोरोना महामारी पर अंकुश लगाना है। इसके लिए उन्होंने तीन सदस्यीय टीम में ओबामा कार्यकाल में अमेरिका के सर्जन जनरल भारतवंशी डॉक्टर विवेक चंद्रन को मनोनीत कर दिया है। अमेरिका में कोरोना महामारी से अभी तक दो लाख तैंतीस हज़ार लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि वह कोरोना महामारी के संकट के मद्देनज़र हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठ सकते। वह इस संकट से मुक़ाबला करने के लिए सोमवार को एक कार्यदल की घोषणा करेंगे, जो उन्हें तत्काल उठाए जाने वाले कदमों के बारे में सलाह देंगे। डेमोक्रेट जोई बाइडन चुनाव प्रचार के पहले दिन से ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की कोरोना नीतियों की जमकर आलोचना करते आ रहे हैं।
साभार-हिस