मॉस्को, क्रेमलिन ने आज पुतिन-ट्रंप के अलास्का शिखर सम्मेलन के लिए रूसी प्रतिनिधिमंडल की अंतिम सूची की घोषणा कर दी। रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी यूरी उशाकोव ने कहा कि 15 अगस्त को होने वाली चर्चा के एजेंडे में संवेदनशील मुद्दों को देखते हुए वार्ता में भाग लेने वालों का दायरा बहुत बड़ा नहीं है।
रूस की समाचार एजेंसी तास के अनुसार उशाकोव ने कहा कि अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप के बीच होने वाली वार्ता में मौजूद रहने वाले रूसी प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के नामों को अंतिम रूप दे दिया गया है। प्रतिनिधिमंडल में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, वह खुद, रूसी रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव, रूसी वित्त मंत्री एंटोन सिलुआनोव और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के प्रमुख और विदेशी देशों के साथ आर्थिक सहयोग के लिए राष्ट्रपति के विशेष दूत किरिल दिमित्रिव शामिल हैं।
सनद रहे, पिछले सप्ताह के अंत में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने 15 अगस्त को अलास्का में अपने रूसी समकक्ष से व्यक्तिगत रूप से मिलने की अपनी मंशा की घोषणा की। रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी यूरी उशाकोव ने भी इस वार्ता के घोषित एजेंडे की पुष्टि की। उशाकोव के अनुसार, पुतिन और ट्रंप “निस्संदेह यूक्रेनी संकट के दीर्घकालिक शांतिपूर्ण समाधान के विकल्पों पर चर्चा पर ध्यान केंद्रित करेंगे।” उशाकोव ने कहा कि क्रेमलिन को उम्मीद है कि दोनों राष्ट्रपतियों के बीच अगली मुलाकात रूसी धरती पर होगी। अलास्का में पुतिन-ट्रंप की मुलाकात रूसी राष्ट्रपति की 6 अगस्त को क्रेमलिन में अमेरिकी विशेष राष्ट्रपति दूत स्टीव विटकॉफ के साथ हुई बैठक के तुरंत बाद हो रही है।
क्रेमलिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने आज एक ब्रीफिंग में कहा कि 15 अगस्त को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के बीच अलास्का में होने वाली बैठक में यूक्रेन संकट को सुलझाने के प्रयास शीर्ष पर रहेंगे। रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी ने कहा, ” निश्चित रूप से शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने से जुड़े व्यापक मुद्दों के साथ-साथ क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी।”
साभार – हिस