ढाका। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का हिस्सा रहे ‘जुलाई विद्रोह’ के बड़े नेता और नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) के संयोजक नाहिद इस्लाम और अन्य नेताओं पर आज देशी बमों से हमला किया गया। गोपालगंज में पार्टी की रैली से पहले नाहिद और अन्य नेताओं को निशाना बनाया गया। इस दौरान कुछ जगहों पर आगजनी की घटनाएं भी हुई हैं।
ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, प्रशासन ने एनसीपी की रैली के मद्देनजर गोपालगंज स्थित शेख मुजीबुर रहमान के मकबरे के आसपास सुबह सुरक्षा बढ़ा दी। पुलिस, सेना और संयुक्त बल के जवानों ने बख्तरबंद गाड़ियों से गश्त किया। दोपहर को रैली के बाद पार्टी नेताओं की गाड़ियों पर अज्ञात लोगों के समूह ने हमला किया। वाहनों पर ईंट-पत्थरों की बौछार की गई। इस दौरान देसी बम भी फटे। पुलिस ने एनसीपी नेताओं को शहर से सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास किया।
इस घटना के कुछ देर बाद गश्त कर रहे सेना के जवानों पर हमला किया गया। इसके बाद हमलावरों की पुलिस और सेना के जवानों से झड़प हुई।
एनसीपी संयोजक नाहिद इस्लाम ने गोपालगंज में मुजीबवादियों पर रैली में बाधा डालने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अब संघर्ष तेजा होगा। वह नया बांग्लादेश बनाएंगे।
बताया गया है कि यह रैली गोपालगंज के पौरो पार्क क्षेत्र में आयोजित की गई। दोपहर करीब 1:35 बजे एनसीपी के रैली मंच पर भी हमला किया गया। गोपालगंज सदर थाना प्रभारी मीर मोहम्मद साजिदुर रहमान ने बताया कि मंच पर लगे साउंड सिस्टम, माइक्रोफोन और कुर्सियों को तोड़ दिया गया। वहां मौजूद एनसीपी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर भी हमला किया गया।
गौरतलब है कि एनसीपी ने 01 जुलाई से “राष्ट्र पुनर्निर्माण के लिए जुलाई मार्च” अभियान शुरू किया है। गोपालगंज तक का मार्च इसी अभियान का हिस्सा था। मंगलवार को पार्टी के फेसबुक पेज पर इस कार्यक्रम की घोषणा ’16 जुलाई: गोपालगंज मार्च’ के रूप में की गई।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सुबह पुलिस वाहनों पर आगजनी और तोड़फोड़ की घटना के बाद गोपालगंज के तुंगीपारा में बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के मकबरे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मकबरे के आसपास अभी तक कानून-व्यवस्था की स्थिति सामान्य है। तुंगीपारा थाना प्रभारी मोहम्मद खोरसेद आलम ने कहा कि मकबरे के पास किसी फटकने नहीं दिया जाएगा।
साभार – हिस
