काठमांडू। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले के विरोध में नेपाल में पाकिस्तान के खिलाफ लगातार विरोध-प्रदर्शन का दौर जारी है। पिछले हफ्ते काठमांडू से शुरू हुआ यह विरोध-प्रदर्शन देश के अलग-अलग शहरों तक पहुंच गया है। विरोध-प्रदर्शन के साथ ही मैत्री पार्क का निर्माण कार्य भी बंद करवा दिया गया है। इसका निर्माण पाकिस्तानी दूतावास करवा रहा है।
भारतीय सीमा से सटे हुए नेपाली क्षेत्र में भी पाकिस्तान को लेकर विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। तराई मधेश के प्रमुख शहर बीरगंज, जनकपुर, सिरहा, विराटनगर, नेपालगंज, भैरहवा, लुंबिनी और धनगढ़ी में पाकिस्तान के खिलाफ शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान पाकिस्तान की सरकार और सेना के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। आतंकी घटना से नाराज लोगों ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख की तस्वीर को जलाकर अपना विरोध प्रकट किया। एक नेपाली नागरिक सहित 26 लोगों की हत्या के विरोध में लोगों में जबरदस्त नाराजगी देखने को मिल रही है। खासकर हिंदू होने के कारण यह हत्या किए जाने से लोगों में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा दिख रहा है।
इसी बीच, सिरहा में स्थानीय नगरपालिका द्वारा बनाए जा रहे नेपाल पाकिस्तान मैत्री पार्क के निर्माण कार्य को भी रोक दिया गया है। आतंकी घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे धर्मराज हिंदू सेना के प्रमुख संरक्षक विकास ठाकुर और इस संस्था के अध्यक्ष हनी सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने नेपाल पाकिस्तान मैत्री पार्क के निर्माण स्थल पर जाकर इसके निर्माण कार्य को तत्काल बंद करने की चेतावनी दी थी। लोगों के विरोध के कारण वहां का निर्माण कार्य बंद कर दिया गया है।
विकास ठाकुर ने बताया कि नेपाल में पाकिस्तानी दूतावास के सहयोग से भारतीय सीमा के नजदीक यह मैत्री पार्क के नाम पर जो निर्माण कार्य हो रहा है, उसे हमेशा के लिए बंद करने की चेतावनी दी गई है। उन्होंने कहा कि यदि दोबारा इसका निर्माण कार्य शुरू किया गया तो पुनः इसका विरोध किया जाएगा। हनी सिंह ने बताया कि एक तरफ पाकिस्तान आतंकवाद को प्रश्रय दे रहा है वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तानी दूतावास के सहयोग से मैत्री पार्क के निर्माण का ढोंग किया जा रहा है जो कि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पाकिस्तानी दूतावास को भेजे गए ज्ञापन में कहा गया है कि वह अपने आर्थिक सहयोग से सिरहा में बनाए जा रहे नेपाल पाकिस्तान मैत्री पार्क का निर्माण कार्य तत्काल बंद करें और इसे दोबारा शुरू करने की कोशिश ना करें अन्यथा जो भी अब तक निर्माण कार्य किया गया है उसे स्थानीय लोग ध्वस्त कर देंगे।
साभार – हिस