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चीन में मस्जिदों को बंद करने का अभियान हुआ तेज

चीन में मस्जिदों को बंद करने का अभियान हुआ तेज

  • ह्यूमन राइट वॉच की रिपोर्ट के मुताबिक, शिनजियांग में वर्षों से अल्पसंख्यक मुस्लिमों के विरुद्ध जारी है कार्रवाई

  • राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 2016 में धर्म के सिनिसाइजेशन यानी आस्थाओं को चीनी स्वरूप देने का आह्वान किया

हांगकांग। चीन में मस्जिदों को बंद करने का अभियान हुआ तेज हो गया है। चीन की सरकार ने देश में मस्जिदों को बंद करने का अभियान तेज कर दिया है। इसी कड़ी में शिनजियांग प्रांत के बाहर भी मस्जिदों के विरुद्ध अभियान जारी है। ह्यूमन राइट वॉच की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन शिनजियांग में वर्षों से अल्पसंख्यक मुस्लिमों के विरुद्ध कार्रवाई कर रहा है।

रिपोर्ट के अनुसार, चीनी प्राधिकारियों ने उत्तरी निंग्जिया क्षेत्र के साथ-साथ गांसु प्रांत में मस्जिदों को बंद करना शुरू कर दिया है। यहां हुइ मुसलमानों की बड़ी आबादी रहती है। यह सार्वजनिक दस्तावेजों, उपग्रह चित्रों पर आधारित है। स्थानीय प्राधिकारी पहले से ही इन मस्जिदों से उनकी वास्तुशिल्प विशेषताएं हटा रहे हैं, जिससे वे अधिक चीनी दिखें।

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कम्युनिस्ट पार्टी इस क्षेत्र में धर्म पर नियंत्रण कर शासन के लिए संभावित चुनौतियों को समाप्त करना चाहती है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 2016 में धर्म के सिनिसाइजेशन यानी आस्थाओं को चीनी स्वरूप देने का आह्वान किया। इससे एक कार्रवाई शुरू हुई जो बड़े पैमाने पर शिनजियांग के पश्चिमी क्षेत्र पर केंद्रित है। यहां 1.1 करोड़ से अधिक उइगर और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यक निवास करते हैं।

संयुक्त राष्ट्र की पिछले वर्ष आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन शिनजियांग में मानवता के खिलाफ अपराध करने में लगा है। वह मुस्लिम अल्पसंख्यकों को प्रशिक्षण देने व जागरूक करने के नाम पर शिविरों में यातना दे रहा है। आकलन है कि इन शिविरों में 10 लाख से अधिक उइगर, हुइ, कजाख और किर्गिज समुदाय के लोग रह रहे हैं।

इस रिपोर्ट पर चीन के विदेश मंत्रालय ने कोई टिप्पणी नहीं की है। ह्यूमन राइट वॉच की चीन की कार्यवाहक निदेशक मया वांग ने कहा कि चीन सरकार दावा करती है वह उन्हीं मस्जिदों को बंद कर रही है जो धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन कर रही है।

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