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पुलिस ने हवाई फायरिंग, हल्का बल प्रयोग कर हालात को किया नियंत्रित, सेना को अलर्ट पर रखा गया
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तय रास्ते से अलग हटकर मुहर्रम जुलूस निकालने की जिद में उग्र तत्वों ने किया सुरक्षाबलों पर हमला
काठमांडू/मलंगवा,नेपाल के सीमावर्ती सर्लाही जिले के गोडैता बाजार में मुहर्रम पर निकाले गए जुलूस के उग्र प्रदर्शन से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। शनिवार को मुहर्रम के जुलूस में शामिल भीड़ ने रास्ता बदलकर अचानक कांवड़ियों पर हमला बोल दिया। इसके बाद दो पक्षों के बीच झड़प भी हुई, जिसमें छह पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 10 लोग घायल हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पहले तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा लेकिन हालात बिगड़ने की आशंका में आंसू गैस के गोले छोड़े और हवाई फायर भी की।
सर्लाही जिले के डीएसपी दीपेन्द्र पंजियार ने बताया कि दो पक्षों के बीच हुई झड़प को रोकने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। इस दौरान हुई झड़प में छह पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 10 लोग घायल हो गए। डीएसपी पंजियार ने मीडिया को बताया कि मुसलमान मुहर्रम की जुलूस को जबरन उस रास्ते से ले जाने की जिद करने लगे जिस रास्ते पर भगवान शिव का मंदिर है और कांवड लेकर आए श्रद्धालुओं की भीड़ जल चढ़ाने के लिए वहां मौजूद थी।
मुस्लिम समुदाय के लोगों के जुलूस को देखते हुए पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा बलों को पहले तैनात किया गया था। इसके बावजूद मुहर्रम जुलूस में शामिल लोग रास्ता बदलकर उस रास्ते पर जाने का प्रयास करने लगे, जिस पर कांवडिये पहले से मंदिर में जल चढ़ाने के लिए जुटे थे। प्रत्यक्षदर्शी विशाल गुप्ता ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों द्वारा मुसलमानों को मंदिर के रास्ते में जाने से रोकने पर भीड़ उग्र हो गई और उसने पथराव शुरू कर दिया।
स्थानीय पत्रकार जीतेश यादव ने कहा कि जुलूस में शामिल लोगों की तरफ से उपद्रव शुरू होने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने पहले तो समझाने की कोशिश की, लेकिन पथराव नहीं रुकने और दूसरी तरफ कांवड़ियों की भी प्रतिक्रिया शुरू होने के बाद पुलिस ने आंसूगैस के गोले दागे और हवाई फायर भी की।
हिन्दू सम्राट सेना नामक संस्था से जुड़े कृष्णानन्द साह ने कहा कि मंदिर के तरफ रहे श्रद्धालुओं पर जिस तरह से कांच की बोतलों से प्रहार किया गया उससे स्पष्ट है कि मुस्लिम समुदाय पहले से ही संघर्ष की मंशा लेकर चल रहा था।
स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिशों में घायल हुए सुरक्षाकर्मियों और स्थानीय लोगों का मलंगवा अस्पताल में उपचार कराया जा रहा है। घायलों में से एक संतोष पटेल की स्थिति गम्भीर है। जिले के एसपी नरेश सुवेदी ने बताया कि स्थिति फिलहाल पूरी तरह से नियंत्रण में है। सर्लाही जिले के प्रमुख जिला अधिकारी ने तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए सेना को तैयार रहने का आदेश दे दिया है। साथ ही दोनों पक्षों को साथ में बिठाकर बातचीत के जरिए मामला शांत करने का प्रयास भी चल रहा है।
साभार -हिस