बैंकाक – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थाईलैंड के निवेशकों को भारत में निवेश करने का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि भारत में सुधारवादी व्यवस्थाएं लागू हो गई हैं। निवेश के लिए उपयुक्त माहौल है। थाईलैंड के तीन दिवसीय दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आदित्य बिड़ला समूह की स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लिया और आर्थिक क्षेत्र में अपनी सरकार की उपलब्धियों का बखान किया। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में भारत में 286 अरब डालर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ है जो पिछले पिछले बीस साल में हुए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के बराबर है। प्रधानमंत्री मोदी ने विदेशी निवेशकों को भारत आने का न्योता देते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था को निवेश करने अनुकूल बनाने के साथ-साथ वहां व्यवसाय को आसान बनाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने भारत और थाईलैंड के बीच पुराने संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों देशों के बंदरगाहों के बीच कनेक्टिविटी से साझेदारी बढ़ेगी। उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशो के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंध हैं और यह समय भारत में होने का है।
उन्होंने यह भी कहा कि उनके पिछले कार्यकाल में भारत के कई क्षेत्रों में अच्छी सफलता मिली है। नौकरशाही के काम करने के तौर तरीके भी बदल गए हैं। लोगों में कर भुगतान करने की संस्कृति विकसित हुई है। सरकारी पैसे का सही उपयोग हो रहा है। पहले गरीबों के लिए आवंटित पैसे उन तक नहीं पहुंचते थे, लेकिन अब सीधे उनके खाते में भेजे जाते हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि अभी भारत आने का सबसे अच्छा समय है। देश में जहां कई चीजें बेहतर हुई हैं तो कई चीजों में गिरावट आई है। भारत में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, ईज ऑफ लिविंग, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई), जंगल क्षेत्र बढ़ा है। उत्पादकता, बुनियादी ढांचे का विकास हो रहा है। जबकि कर की दरें, लालफीताशाही, भ्रष्टाचार में कमी आई है।
मोदी ने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। 2014 में जब मेरी सरकार ने कार्यभार संभाला था, तब भारत की जीडीपी दो ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर थी। पांच साल में हमने इसे लगभग 3 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ाया। मैं विश्वास दिलाता हूं कि 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का सपना भी जल्द पूरा होगा।