भुवनेश्वर। ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास ने कि भाषा का जितना अधिक इस्तेमाल होगा, भाषा उतनी समृद्ध होगी। ओड़िया भाषा को ज्ञान विज्ञान व आजीविका की भाषा के रुप में विकसित करना होगा। ओड़िया भाषा का इतिहास काफी समृद्घ रहा है। इसे शास्त्रीय मान्यता मिलना हम सभी के लिए गर्व का विषय है। भाषा की सेवा करने का अर्थ राष्ट्र की सेवा है। भाषा की सेवा के लिए हमें समर्पित होकर कार्य करना चाहिए। राज्यपाल रघुवर दास ने साहित्यिक पत्रिका अपूर्वा की रजत जंयती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं।
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राज्यपाल ने कहा कि भारत में अनेक भाषाएं हैं। सभी भाषाएं हमारी संपदा हैं। भाषा भले ही अनेक हैं, लेकिन सबमें भाव एक है और वह है भारतीयता का भाव। ओड़िया भाषा में अनेक कालजयी कृतियों का सृजन किया गया है। इस कारण उनका व्यापक अनुवाद किये जाने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास के साथ-साथ प्रख्यात साहित्यकार शांतनु आचार्य, सांसद मानस मंगराज व अन्य लोगों ने ओड़िया भाषा साहित्य की वर्तमान की स्थिति व भविष्य पर चर्चा की।
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