कोलकाता, पश्चिम बंगाल में बाढ़ और वर्षा जनित घटनाओं में पिछले 24 घंटे के दौरान कम से कम 14 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के कई जिलों में कमर तक जलभराव होने से लोग परेशान हैं। पानी से घिरे लोगों तक सहायत पहुंचाई जा रही है। हुगली में नदी का तटबंध टूटने से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए सेना मदद कर रही है।
मंगलवार को आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया है कि राज्य के कई जिलों में बाढ़ की वजह से बने हालातों से निपटने के लिए राज्य सरकार और आपदा मोचन बल मिलकर काम कर रहे हैं। दोपहर 12 बजे तक की रिपोर्ट में पिछले 24 घंटे में दीवार गिरने और करंट लगने से कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई। बाढ़ आपदा राहत कार्य से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दामोदर घाटी निगम बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद सड़कों और घरों में पानी भर जाने से राज्य के छह जिलों के कम से कम 2.5 लाख लोग विस्थापित हो गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने विस्थापितों के लिए कई स्थानों पर आश्रय स्थल बनाए हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में पिछले एक सप्ताह से राहत अभियान चल रहा है। पूर्व बर्दवान,पश्चिम बर्दवान,पश्चिम मेदिनीपुर,हुगली, हावड़ा और दक्षिण 24 परगना जिले के अनेक स्थानों में कमर तक पानी भरा हुआ है, जिससे लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
अधिकारी के मुताबिक एक लाख से अधिक तिरपाल, एक हजार मीट्रिक टन चावल, पानी के हजारों पाउच और साफ कपड़े आश्रय स्थलों को भेजे गए हैं। उन्होंने बताया कि, ‘हम बाढ़ से हुई घटनाओं में जान गंवाने वाले सभी 14 लोगों के बारे में जानकारियां जुटा रहे हैं। हुगली जिले में नदियाें के तटबंधों के टूटने से कई गांवों में बाढ़ आ गई है। यहां के बाढ़ प्रभावित निचले इलाकों में सेना और वायु सेना सोमवार से राहत कार्य में जुटी है।
साभार-हिस