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रथयात्रा में शामिल होने वाले सेवायतों की होगी कोरोना जांच

  • तैयारी बैठक में लिये गये कई महत्वपूर्ण निर्णय

प्रमोद कुमार प्रृष्टि, पुरी

महाप्रभु श्री जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा में शामिल होने वाले सभी सेवायतों, पुलिसकर्मियों और सेवायतों की कोरोना जांच की जायेगी. जांच की रिपोर्ट के आधार रथयात्रा के आयोजन में उनको शामिल होने की अनुमति दी जायेगी.

श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक आज आयोजित की गई, जिसमें रथयात्रा के दौरान कोविद प्रबंधन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई.

बैठक में पुरी कलेक्टर समर्थ वर्मा, सीडीएमओ और एसजेटीए के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया. बैठक में विस्तृत चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया कि रथयात्रा के सुचारू संचालन के लिए कई कदम उठाए जाने चाहिए. इसके तहत अनुष्ठान में शामिल सभी सेवायतों के लिए 48 घंटे से पहले आरटी पीसीआर परीक्षण किया जाएगा. इसी तरह की व्यवस्था में शामिल पुलिसकर्मियों और मंदिर के अधिकारियों का भी परीक्षण किया जाना है. कोरोना जांच चार चरणों में की जाएगी. अर्थात स्नान यात्रा से पहले, गुंडिचा यात्रा से पहले, बहुड़ा यात्रा से पहले और अंत में नीलाद्री बीजे के 15 दिन बाद. साथ ही इसमें शामिल सभी सेवायतों और अधिकारियों के टीकाकरण पर ध्यान देने की बात कही गयी. दिन-प्रतिदिन के आधार पर निकट समन्वय के लिए एसजेटीए, पुरी जिला प्रशासन और सीडीएमओ कार्यालय से एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा.

रथयात्रा के दौरान विशेष चिकित्सा केंद्रों की स्थापना के लिए विस्तृत सूक्ष्म योजना बनाई जायेगी. इसमें आवश्यकता पड़ने पर परामर्श से अतिरिक्त चिकित्सा कर्मचारियों की तैनाती शामिल होगी. उन सेवायतों पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा, जो मुख्य रूप से कोविद-19 प्रतिबंधों के बीच रथों को खींचेंगे. स्नान यात्रा और रथयात्रा के दौरान सेवायतों के बीच पर्याप्त संख्या में मास्क वितरित किए जायेंगे. पिछले साल की तरह हाथ की स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए सेवायत परिवारों के बीच सेनिटाइजर का वितरण किया जाएगा. कोरोना को ध्यान में रखते हुए नियोग के सदस्यों के साथ बैठकें आयोजित की जाएंगी, ताकि उन्हें राज्य सरकार के आदेशों के अनुसार अनुष्ठानों के संचालन के दौरान क्या करें और क्या न करें के बारे में जागरूक किया जा सके. कोविद-19 के संबंध में क्या करें और क्या न करें विषय पर सभी सेवायतों और अधिकारियों के बीच एक लिफ्लेट वितरित किया जाएगा. साथ सभी से कोरोना नियमों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए कहा गया है.

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