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नकली दवाएं तो नहीं दे रही हैं कोरोना रोगियों को मौत

  • जन अधिकार पार्टी (एल) ने की विशेष टास्क फोर्स गठित कर जांच कराने की मांग

भुवनेश्वर. कोविद-19 उपचार के लिए निर्धारित दवा ‘फेविपिराविर’ की नकली खेप की कटक में बरामदगी के बाद जन अधिकार पार्टी (एल) ने सवाल उठाया है कि राज्य में कोरोना रोगियों की मौत के लिए कहीं नकली दवाएं तो जिम्मेदार नहीं हैं.

जन अधिकार पार्टी (एल) के राष्ट्रीय महासचिव देवाशीष मिश्र ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए इस मामले की जांच के लिए एक विशेष टास्क फोर्स गठित करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि राज्य में इन दिनों कोरोना से मरने वालों की संख्या काफी बढ़ गयी है. इसबीच कटक में नकली दवा का बरामद होना एक चिंता का विषय बन गया है. मिश्र ने आशंका जाहिर की है कि कहीं रोगियों की मौत का कारण नकली दवाएं तो नहीं हैं. इसलिए राज्य सरकार एक विशेष टास्क फोर्स का गठन करके इस मामले की गंभीर से जांच कराये. साथ ही कोरोना के इलाज में प्रयोग में की जा रही सभी दवाओं की गुणवत्ता की जांच कराये.

कटक में बरामद नकली दवाओं का हवाला देते हुए मिश्र ने आशंका जतायी है कि कोरोना की महामारी में नकली दवाओं का रैकेट सक्रिय हो गया है. इसलिए सरकार को दवाओं की जांच के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन करे.

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