यूक्रेन के साथ जंग के मोर्च पर तैनाती के दौरान चार भारतीयों के मारे जाने के बाद भारत सरकार ने रूसी सेना में भारतीयों की भर्ती पर रोक लगाने की मांग की थी। पीएम मोदी ने यह मामला रुस के राष्ट्रपति पुतिन के सामने भी उठाया और पॉजिटिव रिस्पांस भी मिला था। अब सामने आ रहा है कि रुस की सेना में काम कर रहे करीब 50 भारतीय नागरिक मदद के लिए भारतीय अधिकारियों के पास पहुंचे
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