पिछले साल देश में वित्तीय सेवाओं में 46.86 लाख नौकरियां पैदा हुईं। इनमें से सिर्फ 27.5 लाख नौकरियां ही भरी गईं। इससे पता चलता है कि 18 लाख नौकरियों को लेने वाला कोई नहीं था।

पूरे दिन के कारोबार से निवेशकों ने कमाए 16 हजार करोड़ रुपये नई दिल्ली। घरेलू …