पहले, इक्विटी अकाउंट जीरोधा ब्रोकिंग लिमिटेड के तहत खोले जाते थे, जबकि कमोडिटी खातों का प्रबंधन जीरोधा कमोडिटीज लिमिटेड के तहत किया जाता था। ग्राहकों को हर खाते में अलग-अलग धनराशि जमा करने की जरूरत होती थी।
नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार के लिए साल 2025 लगातार उतार-चढ़ाव वाला साल बना रहा …