नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार में पिछले कुछ समय से लगातार उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में बनी अनिश्चितता की स्थिति, अमेरिका में मंदी की आशंका और दुनिया के कई हिस्सों में जारी जियो-पॉलिटिकल टेंशन के कारण दुनिया के ज्यादातर स्टॉक मार्केट प्रभावित हुए हैं। इसी क्रम में भारतीय शेयर बाजार भी जबरदस्त उतार-चढ़ाव का शिकार हुआ है। इसके बावजूद पिछले 10 साल के प्रदर्शन के आधार पर माना जा रहा है कि मई का महीना घरेलू शेयर बाजार के लिए बेहतर साबित हो सकता है।
पिछले 10 साल के परफॉर्मेंस को देखा जाए तो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी मई के महीने में छह बार मासिक आधार पर मजबूत के साथ हरे निशान में बंद हुआ है। इस दौरान निफ्टी का एवरेज रिटर्न 1.5 प्रतिशत रहा है, जबकि मीडियम रिटर्न 1.9 प्रतिशत के करीब रहा है। जेएम फाइनेंशियल की एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 10 साल की अवधि में निफ्टी के मिडकैप इंडेक्स ने भी मई महीने के दौरान छह बार मजबूती के साथ हरे निशान में कारोबार का अंत किया। हालांकि मिडकैप इंडेक्स के शेयरों का एवरेज रिटर्न 0.4 प्रतिशत रहा, जबकि मेडियन रिटर्न 1.2 प्रतिशत रहा।
सेक्टोरल परफॉर्मेंस की बात करें, तो मई के महीने में एफएमसीजी और ऑटोमोबाइल सेक्टर ने पिछले 10 साल के दौरान सबसे बेहतर प्रदर्शन किया। निफ्टी के ऑटोमोबाइल इंडेक्स ने 10 साल में से 8 बार मजबूती के साथ हरे निशान में कारोबार का अंत किया। इस दौरान ऑटोमोबाइल इंडेक्स में शामिल शेयरों ने 3.9 प्रतिशत का एवरेज रिटर्न दिया, जबकि मीडियम रिटर्न 4.9 प्रतिशत का रहा।
इसी तरह एफएमसीजी इंडेक्स ने भी 10 साल में से 8 बार मजबूती के साथ हरे निशान में कारोबार का अंत किया। इस दौरान एफएमसीजी इंडेक्स में शामिल शेयरों ने 3 प्रतिशत का एवरेज रिटर्न दिया, जबकि मीडियम रिटर्न 2.6 प्रतिशत का रहा। इन दोनों सेक्टर्स के अलावा बैंक और फाइनेंशियल सेक्टर 10 साल में से सात बार मजबूती के साथ में बंद हुए। इस दौरान इन दोनों सेक्टर्स में शामिल शेयरों ने 2.5 प्रतिशत का एवरेज रिटर्न दिया।
साभार – हिस
