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मुनाफावसूली और क्रूड की कीमत से बना निगेटिव माहौल
नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार में आज पूरे दिन जोरदार उतार-चढ़ाव होता रहा। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांकों ने आज शुरुआती कारोबार में जोरदार मजबूती दिखाई, लेकिन दोपहर होते-होते दोनों सूचकांक बड़ी गिरावट का शिकार हो गए। सेंसेक्स ऊपरी स्तर से 1 हजार अंक से अधिक टूट गया, वहीं निफ्टी ने भी दिन के ऊपरी स्तर से करीब 350 अंक का गोता लगाया। हालांकि दूसरे सत्र में खरीदारी का सपोर्ट मिलने के कारण सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक बढ़त के साथ बंद होने में सफल रहे। बाजार के इस उतार-चढ़ाव के लिए अमेरिका में मंदी की आशंका, कच्चे तेल की कीमत में आए उछाल, बाजार में मुनाफा वसूली के दबाव और भारत-पाकिस्तान सीमा पर बने तनाव को मुख्य वजह माना जा रहा है।
धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी का कहना है कि अमेरिकी इकोनॉमी को लेकर बनी चिंता ने घरेलू शेयर बाजार के मूड को भी बिगड़ने में आज अहम भूमिका निभाई। अमेरिका के कॉमर्स डिपार्टमेंट के शुरुआती अनुमानों में पहली तिमाही के दौरान अमेरिका की जीडीपी में 0.30 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया गया है। हालांकि इसके पहले की तिमाही में अमेरिका की जीडीपी 2.40 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी। ऐसे में अमेरिकी विकास दर में गिरावट की आशंका से निवेशक आज सतर्क होकर कारोबार करते रहे। प्रशांत धामी का मानना है कि अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। ऐसे में अमेरिका में मंदी आने का असर दुनिया भर के बाजारों, खासकर उभरती अर्थव्यवस्था वाले देशों के मार्केट पर काफी ज्यादा पड़ सकता है।
इसी तरह भारत और पाकिस्तान की सीमा पर बने तनाव से भी शेयर बाजार के कारोबार पर आज असर पड़ा। गुरुवार रात लगातार आठवीं बार पाकिस्तान की सेना ने जम्मू कश्मीर के कई सेक्टर्स में सीजफायर का उल्लंघन किया था। हालांकि भारतीय सेना ने पाकिस्तान सेना की इस हरकत का कड़ा जवाब दिया। इसके बावजूद एलओसी पर बढ़ता तनाव घरेलू शेयर बाजार में निवेशकों के सेंटीमेंट्स पर निगेटिव असर डालता हुआ नजर आया।
खुराना सिक्योरिटीज एंड फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ रवि चंदर खुराना का मानना है कि शेयर बाजार ने शुरूआती कारोबार में जोरदार तेजी पकड़ी थी लेकिन पहले घंटे के कारोबार के बाद ऊपरी स्तर पर शुरू हुई मुनाफा वसूली के कारण बाजार पर दबाव बन गया। इसी तरह अमेरिकी अर्थव्यवस्था से जुड़े कुछ अहम आंकड़े जल्दी आने वाले हैं, इसके पहले निवेशकों ने सतर्कता बढ़ाते हुए मुनाफा वसूली के विकल्प को ज्यादा पसंद किया। इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान पर सेकेंडरी लेवल बैन लगाने की धमकी देने के बाद एक दिन पहले तक लगातार कमजोरी दिखा रहा क्रूड ऑयल आज अचानक करीब 2 प्रतिशत तक महंगा हो गया। क्रूड ऑयल की कीमत में आई स्थिति से भी शेयर बाजार के सेंटिमेंट पर आज नेगेटिव असर पड़ा।
साभार – हिस