नई दिल्ली। अक्टूबर 2024 से घरेलू शेयर बाजार में जारी गिरावट का दौर अब थमता हुआ आने लगा है। मार्च के आखिरी छह कारोबारी दिनों में शेयर बाजार में आई तेजी से भी बाजार में जारी गिरावट के सिलसिले पर ब्रेक लगने का संकेत मिला है। इसके साथ ही घरेलू शेयर बाजार का पिछले 10 साल का रिकॉर्ड भी तो अप्रैल के महीने के लिहाज से पॉजिटिव संकेत देता हुआ नजर आता है।
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान का कहना है कि पिछले 10 साल के दौरान अप्रैल के महीने में निफ्टी ने सात बार औसतन 2.4 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इन 10 सालों में 2018 और 2020 के अप्रैल में निफ्टी में 5 प्रतिशत की तेजी रही है। इसी तरह 2015, 2021 और 2022 के अप्रैल में निफ्टी को नुकसान का सामना करना पड़ा है। अक्टूबर, 2024 से लेकर मार्च 2025 के तीसरे सप्ताह तक घरेलू शेयर बाजार लगातार दबाव का सामना करता रहा है, लेकिन इस गिरावट की वजह से हाई प्राइस्ड शेयरों का वैल्यूएशन निवेशकों के लिहाज से काफी आकर्षक हो गया है। इसके साथ ही विदेशी निवेशकों की घरेलू शेयर बाजार में वापसी और भारतीय अर्थव्यवस्था के संकेतकों में आई मजबूती के कारण भी अप्रैल के महीने में घरेलू शेयर बाजार में तेजी का माहौल जारी रहने की उम्मीद बनी हुई है।
धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी का कहना है कि पिछले 10 साल के दौरान निफ्टी 50 इंडेक्स ने तो 7 बार ही निवेशकों का फायदा कराया है, लेकिन ब्रॉडर मार्केट में स्थिति और भी बेहतर रही है। निफ्टी का मिडकैप इंडेक्स पिछले 10 साल के दौरान 8 बार पॉजिटिव रिटर्न देने में सफल रहा है। इन 8 सालों में इस सूचकांक में शामिल शेयरों ने औसतन 4 प्रतिशत का रिटर्न दिया। अगर ये ट्रेंड इस साल भी जारी रहा, तो लंबे समय से गिरावट की वजह से नुकसान का सामना कर रहे निवेशक एक बार फिर मुनाफे के रास्ते पर लौट सकेंगे।
साभार – हिस
