मुंबई/नई दिल्ली। जयपुर स्थित गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस लिमिटेड ने आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के लिए पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के समक्ष अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल किया है।
सेबी के समक्ष जमा दस्तावेज के मुताबिक जयपुर स्थित एनबीएफसी कंपनी का प्रस्तावित 5 रुपये के अंकित मूल्य वाले इस आईपीओ में 1.04 करोड़ शेयरों के नए निर्गम और प्रमोटरों द्वारा 56.38 लाख शेयरों की बिक्री की पेशकश (ओएफएस) का संयोजन है। इस प्रस्ताव में पात्र कर्मचारियों द्वारा सदस्यता के लिए आरक्षण भी शामिल है। इसके अलावा कर्मचारी आरक्षण हिस्से में बोली लगाने वाले पात्र कर्मचारियों को छूट दी जा रही है।
लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस लिमिटेड नए इश्यू से प्राप्त इनकम आगे के लोन और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए अपनी भविष्य की पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने तथा अपने कैपिटल बेस बढ़ाने के लिए करेगी। जून 2024 तक एनबीएफसी के पास 1,035.53 करोड़ रुपये की प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति (एयूएम) थी, जिसमें एमएसएमई और वाहन ऋण का योगदान क्रमशः 75.49 फीसदी और 17.46 फीसदी था। वहीं, 30 सितंबर, 2024 तक इसके परिचालन नेटवर्क में राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 139 शाखाएं शामिल थीं।
उल्लेखनीय है कि लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस लिमिटेड एक गैर-जमा-स्वीकृति एनबीएफसी कंपनी है, जो ग्राहकों को एमएसएमई ऋण, वाहन ऋण, निर्माण ऋण और अन्य ऋण समाधान सहित विविध उत्पाद पोर्टफोलियो प्रदान करता है। इसके अलावा कंपनी ने अपने शाखा नेटवर्क को मार्च 2022 में 93 शाखाओं से बढ़ाकर मार्च 2023 में 119 किया और जून 2024 तक 135 कर दिया है।
साभार – हिस