नई दिल्ली/बीकानेर। बीकाजी फूड्स इंटरनेशनल लिमिटेड ने उज्जैन स्थित अरीबा फूड्स प्राइवेट लिमिटेड में 55 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है। इस अधिग्रण के बाद अरीबा उसकी सहायक कंपनी बन गई है। इससे बीकाजी की फ्रोजन फूड क्षमताओं और निर्यात क्षमता में वृद्धि होगी।
कंपनी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि बीकाजी फूड्स इंटरनेशनल ने अरीबा फूड्स प्राइवेट लिमिटेड में 55 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है, जिसकी कुल कीमत 60.49 करोड़ रुपये है। बीकाजी को इससे अपने ‘फ्रोजन’ फूड उत्पादन क्षमताओं को बढ़ाने और बाजार में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने में मदद मिलेगी। अरीबा ‘स्नैक्स’ एवं ‘फ्रोजन’ खाद्य पदार्थ में विशेषज्ञता रखने वाली प्रमुख कंपनी है।
बीकाजी के प्रबंध निदेशक दीपक अग्रवाल ने एक बयान में कहा कि ये रणनीतिक कदम न केवल निर्यात वृद्धि के लिए हमारी क्षमता को मजबूत करता है, बल्कि त्वरित सेवा रेस्तरां (क्यूएसआर) खंड में हमारे प्रवेश का भी समर्थन करता है। अग्रवाल ने कहा कि अरीबा की अत्याधुनिक उत्पादन क्षमताओं को एकीकृत करके, हमारा लक्ष्य अपने ‘फ्रोजन स्नैक्स’ और नमकीन के उत्पादन को बढ़ाना है। वहीं, अरीबा फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रवर्तक गौरव बहेती ने कहा कि हमारी उन्नत उत्पादन सुविधाओं तथा निर्यात विशेषज्ञता के साथ हम बीकाजी की उत्पादन जरूरतों को पूरा करने के लिए अच्छी स्थिति में हैं। दरअसल अरीबा फूड्स समोसे, नान, पराठे और मिठाइयों सहित स्नैक्स और फ्रोजन फूड्स में विशेषज्ञता रखने वाली कंपनी है।
उल्लेखनीय है कि बीकाजी फूड्स इंटरनेशनल लिमिटेड का वित्त वर्ष 2023-24 में राजस्व 2,294.71 करोड़ रुपये रहा था। ये भारत में अग्रणी तेजी से बढ़ते उपभोक्ता ब्रांडों में से एक है। इसकी शुरुआत 1993 में शिव रतन अग्रवाल ने की थी। वे स्नैक्स और मिठाइयां बेचते हैं, बीकानेरी भुजिया, सोन पापड़ी, पैकेज्ड रसगुल्ला और गुलाब जामुन के सबसे बड़े निर्माताओं में से एक हैं।
साभार – हिस
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