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जून में 23.60 लाख से ज्यादा नए डीमैट अकाउंट खुले
नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार लगातार नई ऊंचाई को हासिल कर रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक लगातार ऑल टाइम हाई के नए रिकॉर्ड कायम कर रहे हैं। इसका असर शेयर बाजार के प्रति निवेशकों के बढ़ रहे रुझान के रूप में भी नजर आने लगा है। जून के महीने में 23.60 लाख से अधिक डीमैट अकाउंट का खुलना निवेशकों के बढ़ रहे रुझान का स्पष्ट संकेत है।
सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (सीएसडीएल) नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) से मिले आंकड़ों के मुताबिक मई 2022 के बाद पहली बार जून 2023 में इतनी बड़ी संख्या में नए डीमैट अकाउंट खोले गए हैं। गौरतलब है कि मई 2022 में सबसे अधिक 25 लाख डीमैट अकाउंट खुले थे। उसके बाद नए अकाउंट खुलने की रफ्तार में कमी आती गई। उसके अगले ही महीने जून में 22.94 लाख में डीमैट अकाउंट खोले गए। इस साल मार्च के महीने से एक बार फिर नए डीमैट अकाउंट खुलने की संख्या में तेजी आई, जो जून 2023 में 23.60 लाख के आंकड़े से अधिक हो गई। सीएसडीएल और एनएसडीएस के आंकड़ों के मुताबिक जून के अंत के बाद देश में डीमैट अकाउंट की संख्या 12.05 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है। सालाना आधार पर डीमैट अकाउंट में 24.41 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इसी तरह मासिक आधार पर डीमैट अकाउंट की संख्या में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
पिछले कुछ समय से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांकों ने लगातार तेजी का रुख बना रखा है। यदा-कदा बिकवाली का झटका लगने के बावजूद ये दोनों सूचकांक मजबूती के नए-नए रिकॉर्ड बना रहे हैं, जिसकी वजह से निवेशक काफी तेजी से शेयर बाजार की ओर आकर्षित हो रहे हैं। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून की अवधि में बीएसई का सेंसेक्स करें 10 प्रतिशत और एनएसई का निफ्टी करीब 11 प्रतिशत मजबूत हुआ है। इस दौरान बीएसई के मिडकैप इंडेक्स में 20 प्रतिशत और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी 21 प्रतिशत की उछाल दर्ज की गई है, जिसकी वजह से शेयर बाजार के निवेशकों को भी जबरदस्त मुनाफा हुआ है।
बाजार की तेजी की वजह से जहां निवेशकों का रुझान बढ़ा है, वहीं विशेषज्ञों ने नए निवेशकों को काफी सतर्क होकर कारोबार करने की सलाह दी है। धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी के मुताबिक तेजी की लहर में बिना सोचे समझे किया गया निवेश काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है। जानकारों का कहना है कि नए निवेशकों को विशेष रूप से काफी सतर्क होकर निवेश योजना बनानी चाहिए वरना लॉन्ग टर्म में उन्हें बड़े नुकसान का सामना भी करना पड़ सकता है।
पोस्ट – इण्डो एशियन टाइम्स
सभार – हिस