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निर्यातकों ने आगामी बजट में सस्ती दरों पर कर्ज देने जैसे उपायों की मांग की
नई दिल्ली, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पूर्व पांचवीं बैठक में सेवा और व्यापार क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श किया। सीतारमण ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए वित्त वर्ष 2023-24 के बजट के कई मसलों पर चर्चा की।
सीतारमण ने बजट पूर्व परामर्श की पांचवीं कड़ी में सेवा और व्यापार क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ वित्त वर्ष 2023-24 के बजट को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा की। वित्त मंत्री के साथ बैठक में निर्यातकों ने आगामी बजट में सस्ती दरों पर कर्ज देने और कोष के सृजन जैसे उपायों की मांग की। उन्होंने कहा कि निर्यात को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए ऐसा करना जरूरी है।
बजट-पूर्व बैठक में भारतीय निर्यातक संगठनों के महासंघ (फियो) ने वित्त मंत्री को बताया कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट निर्यात की प्रतिस्पर्धा को भावित कर रही है। इसके मद्देनजर इस क्षेत्र को अधिक समर्थन की जरूरत है। बजट पूर्व पांचवीं बैठक में निर्मला सीतारमण के साथ केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी और भागवत किशनराव कराड भी शामिल थे। इसके अलावा बैठक में वित्त सचिव टीवी सोमनाथन, वित्त मंत्रालय के अन्य विभागों के सचिव और मुख्य आर्थिक सलाहकार अनंत नागेश्वरन मौजूद रहे।
आगामी वित्त वर्ष के लिए सालाना बजट तैयार करने की औपचारिक प्रक्रिया 24 अक्टूबर, 2022 से शुरू हो गई है। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए सालाना बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी, 2023 को संसद में पेश करेंगी।
साभार-हिस