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सामान्य किस्म के लिए 2,040 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए किस्म के लिए 2,060 रुपये प्रति क्विंटल की दर निर्धारित
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मंडियों में पंजीकृत किसानों के लाये गये सभी धान की होगी खरीद
भुवनेश्वर। ओडिशा मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को खरीफ विपणन सीजन 2022-23 के लिए राज्य की खाद्य और खरीद नीति को मंजूरी दे दी है। इसमें 71 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) धान की खरीद का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्य सचिव सुरेश चंद्र महापात्र ने यह जानकारी देते हुए कहा खरीद सीजन 1 नवंबर से शुरू होगा और अगले साल जून तक चलेगा। सरकार इस अवधि के दौरान खरीफ और रबी सीजन के दौरान अलग-अलग धान की खरीद करेगी। चावल के रूप में यह लगभग 48 एलएमटी होता है।
उन्होंने कहा कि खरीफ के लिए धान की खरीद का संभावित लक्ष्य 57 लाख मीट्रिक टन और रबी के लिए 14 लाख मीट्रिक टन होगा। उन्होंने कहा कि पंजीकृत किसानों से मंडियों में अधिक धान आने पर उसे खरीद के लिए कोई रोक नहीं है।
उन्होंने बताया कि नीति के तहत राज्य के खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण मंत्री को जरूरत पड़ने पर इस लक्ष्य में संशोधन के लिए अधिकृत किया गया है।
केएमएस 2022-23 में 71.03 एलएमटी धान की खरीद की गई (खरीफ और रबी दोनों शामिल)। चावल के मामले में यह 48.08 एलएमटी था। उन्होंने कहा कि राज्य में खरीफ धान की खरीद नवंबर 2022 से मार्च 2023 तक और रबी धान की अगले साल मई से जून तक होगी।
भारत सरकार द्वारा घोषित एमएसपी के अनुसार सामान्य किस्म के लिए 2,040 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए किस्म के लिए 2,060 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीद की जायेगी।
ओडिशा राज्य नागरिक आपूर्ति निगम सभी जिलों में धान की खरीद करेगा। मुख्य सचिव ने कहा कि धान की बिक्री के 24 से 48 घंटों के भीतर सरकार को बेचे गये धान के लिए किसानों के बकाया का भुगतान सीधे ऑनलाइन मोड के माध्यम से उनके बैंक खातों में स्थानांतरित कर दिया जायेगा।
ओडिशा को अपने पीडीएस के लिए सालाना 22 एलएमटी चावल की आवश्यकता होती है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के माध्यम से अधिशेष चावल केंद्रीय पूल में पहुंचाया जायेगा।