नई दिल्ली, 11 जून (आईएएनएस)। भारत में तेजी से रिन्यूएबल एनर्जी की क्षमता का विस्तार हो रहा है। इस कैलेंडर वर्ष की पहली तिमाही में देश में ओपन एक्सेस सोलर इंस्टॉलेशन बढ़कर 1.8 गीगावाट हो गया है।
अमेरिका की रिसर्च फर्म मेरकॉम कैपिटल के मुताबिक, पहली तिमाही में ओपन एक्सेस सोलर इंस्टॉलेशन बढ़कर दोगुना हो गया है। यह 2023 की चौथी तिमाही में 909.3 मेगावाट हो गया है।
‘मेरकॉम इंडिया सोलर ओपन एक्सेस मार्केट’ नाम से जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया कि भारत में कुल सोलर इंस्टॉलेशन मार्च 2024 तक बढ़कर 14.3 गीगावाट हो गया है।
मेरीकॉम इंडिया के प्रबंधक निदेशक (एमडी) प्रिया संजय की ओर से कहा गया कि ग्रीन एनर्जी में ओपन एक्सेस सोलर की मांग तेजी से बढ़ रही है। इसकी वजह बचत और पावर मिक्स में रिन्यूएबल एनर्जी शामिल करना है।
रिपोर्ट में बताया गया कि पहली तिमाही में राजस्थान ने 28 प्रतिशत के साथ ओपन एक्सेस सोलर इंस्टालेशन में वृद्धि देखी। इसके बाद आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में क्रमश: 21 प्रतिशत और 12 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 2021 यूनाइटेड नेशंस क्लाइमेट चेंज कॉन्फ्रेंस (COP26) में किए गए ऐलान के मुताबिक, न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म आधारित बिजली उत्पादन क्षमता प्राप्त करने की ओर काम कर रहा है।
रिन्यूएबल क्षमता के मामले में भारत दुनिया में चौथे पायदान पर है। विंड पावर क्षमता में भारत चौथे और सोलर पावर क्षमता में पांचवें नंबर पर है।
सरकारी की ओर से नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को मंजूरी दे दी गई है और इसका आकार 19,744 करोड़ रुपये का है।
–आईएएनएस
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