वेदांता लिमिटेड अपनी बैलेंस शीट को बेहतर बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली इस माइनिंग कंपनी ने अलग-अलग स्रोतों के जरिये 20,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसके तहत सब्सिडियरी कंपनी हिंदुस्तान जिंक से मिले डिविडेंड, हिंदुस्तान जिंक के शेयरों की बिक्री और इंस्टीट्यूशनल शेयरहोल्डर्स को वेदांता के शेयरों की बिक्री के जरिये रकम जुटाई गई है
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