हर्ष ने कहा कि इस समय बड़े प्राइवेट बैंकों के वैल्युएशन अच्छे लग रहे हैं। लेकिन इसके सामने कई शॉर्ट टर्म चुनौतियां हैं। इसको ध्यान में रखना होगा। हर्ष ने कहा कि पहले तिमाही के नतीजों की शुरुआत थोड़ा सुस्त रही है। अब तक आए नतीजे कुछ खास नहीं रहे हैं। एनबीएफसी और बड़े प्राइवेट बैंकों में तुलना करें तो बड़े प्राइवेट बैंक अभी भी वैल्यूएशन के नजरिए से एनबीएफसी की तुलना में बेहतर दिख रहे हैं